निधि समर्पण अभियान के तहत निकली शोभायात्रा
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण अभियान के तहत नगर में सोमवार को राज कालेज के मैदान से सद्भावना पुल तक शोभायात्रा निकाली गई। अभियान प्रमुख राकेश चंद्र दुबे के नेतृत्व में विश्व हिदू परिषद एवं विचार परिवार के कार्यकर्ता जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए चल रहे थे।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण अभियान के तहत नगर में सोमवार को राज कालेज के मैदान से सद्भावना पुल तक शोभायात्रा निकाली गई। अभियान प्रमुख राकेश चंद्र दुबे के नेतृत्व में विश्व हिदू परिषद एवं विचार परिवार के कार्यकर्ता जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए चल रहे थे।
रथ पर भगवान श्रीराम की प्रतिमा शोभा बढ़ा रही थी। धर्म जागरण परियोजना प्रमुख प्रमोद अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन की याद दिलाते हुए कहा कि 492 वर्षों में 76 बार संघर्ष हुआ, जिसमें 4 लाख 76 हजार रामभक्तों ने अपनी आहुतियां दीं। इस शोभायात्रा के प्रमुख दिनेश सिंह रहे। यात्रा में विभाग प्रचारक जगदीश, विभाग कार्याध्यक्ष उदय राज सिंह, जन्मेजय तिवारी, आरपी सिंह, आनंद शर्मा, आशीष मिश्र, सत्येंद्र आदि उपस्थित थे।
सरपतहां प्रतिनिधि के अनुसार: क्षेत्र के गंगौली निवासी अजय कुमार सिंह ने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह रुपये दान किया। 95 वर्ष की मुनरा ने पेंशन से जुटाकर दिए 11 हजार
तेजी बाजार : महराजगंज विकास खंड की सदरुद्दीनपुर गांव निवासी 95 वर्ष की मुनरा देवी ने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए 11 हजार रुपये की सहयोग राशि अपनी पेंशन से जुटाकर दिया। उन्होंने बताया कि मेरी इच्छा है कि मेरे जीतेजी मंदिर का निर्माण हो जाए और मैं दर्शन कर सकूं। पुरानी बाजार में 50 लाख में बनेगा नाला व इंटरलाकिग जागरण संवाददाता, बदलापुर (जौनपुर) : नगर पंचायत के वार्ड नंबर सात पुरानी बाजार के लोगों के लिए खुशखबरी है। यहां के लोगों को अब जलजमाव से शीघ्र निजात मिलने वाली है। यहां नगर पंचायत द्वारा 50 लाख की लागत से नाला व इंटरलाकिग का कार्य कराया जाएगा।
वाराणसी-सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित पुरानी बाजार की मुस्लिम बस्ती में जलनिकासी की व्यवस्था न होने से बराबर लोगों के घरों का गंदा पानी सड़क अथवा पटरियों पर बहता रहता है। इतना ही लोग अपने-अपने घरों के सामने छोटा-छोटा गढ्ढा बनाकर घरों से निकलने वाले गंदे पानी का संचय करते हैं। जिसके भर जाने के बाद पानी राजमार्ग पर फेंक देते हैं। गंदे पानी की दुर्गंध से भी राहगीरों सहित निवासियों को दो-चार होना पड़ता है। बारिश में तो बस्ती झील में तब्दील रहती है। लंबे समय से लोग इस समस्या से त्रस्त थे। इसे देखते हुए नगर पंचायत ने नाला व इंटरलाकिग कराए जाने का निर्णय लिया है। अधिशासी अधिकारी डाक्टर महेंद्र कुमार ने बताया कि बस्ती के दोनों तरफ 50 लाख की लागत से लगभग ढाई सौ मीटर नाले का निर्माण कराया जाएगा। नाले को ले जाकर बड़ी मस्जिद के पीछे स्थित तालाब से जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद दोनों तरफ इंटरलाकिग कराकर बस्ती को सुंदर व स्वच्छ बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उक्त कार्य जनवरी माह में शुरु कर दिया जाएगा।