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जिपं की आवंटित भूमि पर हो रहे निर्माण को पुलिस ने रोका

कोतवाली गेट के बगल में जिला पंचायत की आवंटित भूमि पर हो रहे निर्माण पर पुलिस की भृकुटि टेढ़ी हो गई है। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को रविवार को पुलिस ने पकड़कर लॉकअप में डाल दिया। बाद में उन्हें छोड़ दिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 07:08 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 06:02 AM (IST)
जिपं की आवंटित भूमि पर हो रहे निर्माण को पुलिस ने रोका

जागरण संवाददाता, केराकत (जौनपुर): कोतवाली गेट के बगल में जिला पंचायत की आवंटित भूमि पर हो रहे निर्माण पर पुलिस की भृकुटि टेढ़ी हो गई है। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को रविवार को पुलिस ने पकड़कर लॉकअप में डाल दिया। बाद में उन्हें छोड़ दिया।

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सरायबीरू निवासी लाल रत्नाकर सिंह को कोतवाली के बगल में 400 स्क्वायर फुट जमीन जिला पंचायत ने सात साल पहले आवंटित कर अस्थाई निर्माण की अनुमति दी थी। बेशकीमती जमीन पर निर्माण कार्य देख पुलिस विभाग के अधिकारियों ने आंखें तरेरी, तो कार्य रुक गया। राजस्व विभाग की पैमाइश में साफ हुआ कि जमीन पुलिस विभाग की नहीं है। इसके बाद निर्माण कार्य पुन: शुरू हुआ। दीवार खड़ी हो गई तो पुलिस ने निर्माण कार्य रोकवाकर मजदूरों को लॉकअप में डाल दिया। शाम को इस शर्त पर छोड़ा कि पुन: कार्य नहीं करेंगे। चर्चा है कि पुलिस विभाग के कमरे में एसी न लगने पर काम रोका गया है। लाल रत्नाकर सिंह का कहना है कि उक्त भूमि उन्हें आवंटित है। वह अस्थाई निर्माण करा रहे थे। पहले पुलिस ने अपनी जमीन बताकर रोकी थी। नापजोख में वह जिला पंचायत की निकली। इसके बाद निर्माण रोकना समझ से परे है। वहीं सीओ अजय कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि अस्थाई निर्माण की अनुमति थी। स्थाई निर्माण होता पाए जाने पर काम रोका गया। यदि अस्थाई निर्माण होगा तो पुलिस कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी।


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