Move to Jagran APP

योजनाएं तमाम फिर भी स्थिति गांवों से भी बदतर

जागरण संवाददाता, जौनपुर : जिले के नगर निकायों में योजनाएं तो तमाम हैं लेकिन स्थिति आज भी ग

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Jul 2018 08:08 PM (IST)Updated: Sat, 21 Jul 2018 11:03 PM (IST)
योजनाएं तमाम फिर भी स्थिति गांवों से भी बदतर

जागरण संवाददाता, जौनपुर : जिले के नगर निकायों में योजनाएं तो तमाम हैं लेकिन स्थिति आज भी गांवों से बदतर है। कहीं बजट का रोड़ा बन रहा है तो कहीं सफाई कर्मियों की कमी। मानसून आने के बाद जिले के सभी नगर निकायों में जल निकासी की व्यवस्था मुकम्मल नहीं हो पाई है। कहीं नालियां पटी पड़ी हैं तो कहीं उनकी निकासी ही जाम है। कई मोहल्लों में रास्ते तो बना दिए गए लेकिन जलनिकासी का इंतजाम अब तक नहीं हो सका। इसके लिए नागरिक भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। उनके द्वारा पॉलीथिन को नालियों में फेंककर जाम कर दिया जाता है। अब बारिश का दौर शुरू होने से नालियों की सफाई भी आसान नहीं है, ऐसे में जल निकासी की आधी अधूरी तैयारी, अभी से लोगों की नींद उड़ाने लगी है। जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

loksabha election banner

नगर पालिका जौनपुर को अमृत योजना में शामिल है। डेढ़ माह पहले जल निगम की तरफ से सीवर लाइन बिछाने के लिए 400 करोड़ रुपये से अधिक का सीवर लाइन का प्रस्ताव भेजा गया है। इससे हर गली व मुख्य मार्गो पर सीवर का काम कराया जाएगा। फिलहाल शहरी क्षेत्र में आज तक सीवर लाइन का कोई काम नहीं हुआ है। हालांकि कुछ हद तक राहत पाने के लिए छह से सात करोड़ रुपये का नगरीय क्षेत्र में ह्यूम पाइप जरूर डाल दिया गया है। ओलन्दगंज, अंबेडकर तिराहा, कचहरी मार्ग, नए पुल के पास, ओलंदगंज चौराहा, शाहीपुल, कलेक्ट्रेट से लाइन बाजार चौराहा तक ह्यूम पाइप बिछाई गई है। आलम यह है कि ह्यूम पाइप वाले इलाकों को छोड़ दिया जाए तो बारिश में छोटी नालियां व नाला जाम हो जाता है। मीरमस्त मोहल्ले में नाला साफ न होने के कारण पानी घरों में घुस जाता है। गंदा पानी घरों से निकालने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ईशापुर में स्वीपर कालोनी से लेकर कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय ईशापुर तक पानी भर जाता है। इससे छात्रों को विद्यालय में आने-जाने में दिक्कत होती है। कालीकुत्ती में अतिक्रमण के कारण नाला सफाई न होने से जलभराव हो जाता है। नवाबयुसूफ रोड, मखदूम शाह अढ़न में नाले की सफाई ठीक ढंग से नहीं की गई। जिससे गंदा पानी घरों में पहुंच रहा है। खासनपुर-राजा साहब पोखरा मार्ग में नाले की सफाई न होने से बारिश का पानी भर जाता है। नगर पालिका शाहगंज, मुंगराबादशाहपुर, नगर पंचायत मछलीशहर, मड़ियाहूं, केराकत, जफराबाद, खेतासराय में भी सीवर लाइन की कोई व्यवस्था नहीं है। नवगठित बदलापुर नगर पंचायत में तो अभी विकास के खाके खींचे जाने है। ....................

फोटो-बजट आते ही शुरू होगा काम

नगर पालिका में अमृत योजना के तहत सीवर लाइन बिछाने के लिए 400 करोड़ रुपये से अधिक का प्रस्ताव जलनिगम की तरफ से भेजा गया है। बजट मिलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा। नगर में बेहतर जल निकासी के लिए प्रयास किया जाता है। बरसात से पूर्व नालों की सफाई कराई जाती है। जिन जगहों पर बेहतर सफाई नहीं हो पाई है उसको भी ठीक कर लिया जाएगा।

माया टंडन-चेयरमैन-नगर पालिका जौनपुर

............................

मीरमस्त का नाला काफी गहरा व चौड़ा है, बावजूद इसकी सफाई ठीक ढंग से नहीं हो पाती है। इससे बारिश होने पर जलभराव हो जाता है। लोगों के घरों में गंदा पानी घुस जाता है। जिसको निकालने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह समस्या वर्षो से चली आ रही है, बावजूद कोई भी जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। गंध के कारण दुकान चलाना मुश्किल हो रहा है। ग्राहक नहीं आते हैं।

शकील मंसूरी-मीरमस्त

.......................

जलभराव की समस्या सभी अवगत हैं। एक घंटे बारिश के बाद इतना ही समय पानी निकलने में लग जाता है। इस कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सफाईकर्मियों द्वारा नालों की ठीक ढंग से सफाई तक नहीं की जाती है। इससे नालियों में हमेशा सिल्ट जमा रहता है।

लक्ष्मण साहू-ईशापुर

.................

जल निकासी के लिए नालियां संकरी व पतली हैं। इससे बारिश होने पर पानी सड़कों पर भर जाता है। उनकी गली मुख्य मार्ग से नीचे होने पर बारिश में जलभराव हो जाता है। पूर्व जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी के समय सड़क उच्चीकरण व नाली चौड़ा करने का निर्देश दिया गया था। बावजूद आज तक काम नहीं हो सका। रास्ते का निर्माण कुछ दूरी तक करने के बाद छोड़ दिया गया, यहां भी कीचड़ से भर जाता है।

हिमांचल उपाध्याय-परमानतपुर उमरपुर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.