धान खरीद की तिथि समाप्त, इंतजार में रह गए पांच हजार किसान
जौनपुर जनपद में एजेंसियों ने रिकार्ड तोड़ धान खरीदा। निर्धारित तिथि समाप्त
जागरण संवाददाता, जौनपुर : जनपद में एजेंसियों ने रिकार्ड तोड़ धान खरीदा। निर्धारित तिथि समाप्त होने पर बैनर, कांटा भी उखाड़ दिया, लेकिन अभी भी पांच हजार किसान पंजीकरण कराकर धान बेचने का इंतजार कर रहे हैं। शासन-प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान करने की बजाय आदेश-निर्देश तक सीमित है।
जिले में नौ एजेंसियों के 142 क्रय केंद्रों को खोलकर 15 अक्टूबर से 28 फरवरी तक धान की खरीद की गई। अधिकांश एजेंसियों ने अपने तरीके से लक्ष्य से अधिक खरीद कर लिया। वहीं लक्ष्य का पचास फीसद से भी कम खरीद करने वाली एजेंसियों यूपीएसएस, एनसीसीएफ व नैफेड के 20 केंद्रों को डेढ़ माह पूर्व ही भुगतान न करने के कारण बंद करा दिया गया। जनवरी के अंतिम सप्ताह में पांच एजेंसियों के 87 और केंद्रों पर ताला लटक गया। एफसीएस के पोर्टल पर अपलोड डाटा के अनुसार धान बेचने के लिए 34332 किसानों ने पंजीकरण कराया। सत्यापन में 32366 किसान पात्र मिले। इनमें से 27361 किसानों से 127399.50 टन धान खरीदा गया, जबकि लक्ष्य मात्र 85000 टन निर्धारित था। बिचौलियों को बेचना मजबूरी
जौनपुर: जनपद में अभी भी पांच हजार से अधिक किसानों का धान नहीं खरीदा गया है। निर्धारित समय खत्म होने के बाद वह बिचौलियों के माध्यम से प्राइवेट दुकानों को कम मूल्य पर बेचने को मजबूर हैं। आरोप है कि मिलरों व खाद्यान्न माफियाओं के माध्यम से उनका धान खरीद लिया गया जो किसान थे ही नहीं, जबकि वास्तविक किसान ताकते रह गए। इतना ही भुगतान में भी अनदेखी की गई है। सरपतहां क्षेत्र के कटघर गांव निवासी किसान शेष नारायण तिवारी ने बताया कि उनका 150 क्विटल धान नहीं खरीदा गया वहीं नरवारी समसुद्दीनपुर के गंगा शुक्ल भी चक्कर लगाते रहे गए उनका 40 क्विटल धान नहीं खरीदा गया। किसानों की मांग है कि खरीदे गए धान की जांच कराई जाए।