दूसरे दिन भी स्वास्थ्य टीम ने गांव में डाला डेरा
क्षेत्र के डायरिया पीड़ित कन्हौली गांव में दूसरे दिन गुरुवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। ग्रामीणों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर दवाएं वितरित की गईं। पीड़ित आठ में छह का उपचार सीएचएसी मुफ्तीगंज व दो का प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। चिकित्सकों ने कहा अब स्थिति नियंत्रण में है।
जागरण संवाददाता, मुफ्तीगंज (जौनपुर): क्षेत्र के डायरिया पीड़ित कन्हौली गांव में दूसरे दिन गुरुवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। ग्रामीणों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर दवाएं वितरित की गईं। पीड़ित आठ में छह का उपचार सीएचएसी मुफ्तीगंज व दो का प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। चिकित्सकों ने कहा अब स्थिति नियंत्रण में है।
गांव की मुसहर बस्ती में बासी मछली व भुट्टा खाने से कई लोगों को उल्टी-दस्त शुरू हुआ। पीड़ितों को इलाज नीम-हकीम के यहां कराया जा रहा था। गंभीर रूप से पीड़ित साजन (5) की मौत तथा तीन की हालत बिगड़ने पर ग्रामीण भयभीत हो गए। आनन-फानन में बीमार आठ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां दो बच्चों की हालत नाजुक देख रेफर कर दिया गया। सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर उपचार व दवाओं का छिड़काव किया।
जिला मुख्यालय से भी दूसरे दिन संचारी रोग प्रभारी डा. गजेंद्र ¨सह एवं डा. जियाउलहक के नेतृत्व में टीम ने गांव में पहुंचकर जांचकर दवाएं वितरित की। मुफ्तीगंज अधीक्षक डा. श्रवण कुमार यादव ने बताया कि दूषित भोजन के चलते ग्रामीण गिरफ्त में आए थे। अस्पताल में भर्ती छह की स्थिति नियंत्रण में है। ग्रामीणों को बासी व खुले में रखे खाद्य पदार्थ न खाने व दूषित पानी न पीने की सलाह दी गई है। बनकट गांव में बुखार का प्रकोप, ग्रामीण दहशत में
बरसठी (जौनपुर): क्षेत्र के बनकट (मझलाडीह) गांव में बुखार का प्रकोप है। पीड़ित 15 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। एक पखवारे पूर्व संभावित डेंगू पीड़ित महिला की मौत भी इस गांव में हो चुकी है। जानकारी के बाद भी गांव में न तो छिड़काव कराया गया और न ही स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में जलभराव के कारण मच्छरों का प्रकोप है। गांव के मझलाडीह बस्ती निवासी शुभम दुबे, विकास गौड़, प्रकाश, रणजीत, युवराज, राजेंद्र प्रसाद, अनीता, संगीता, द्वारिका, रितू, अनीता, संगीता, आयुषी, काजल, मंजू देवी सहित बड़ी संख्या में लोग बुखार की चपेट में हैं। पीड़ितों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरसठी के चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय ¨सह ने कहा कि 15 दिन पूर्व वंदना देवी पत्नी सुरेंद्र दुबे की डेंगू से मौत नहीं हुई थी। गांव का कोई भी पीड़ित अस्पताल में इलाज करने नहीं आया। जानकारी मिली है जल्द ही टीम भेजकर उपचार कराया जाएगा।