ई-ज्ञान गंगा वर्चुअल स्कूल की मॉनीटरिग के लिए नामित हुए नोडल अधिकारी
यूपी बोर्ड ने महामारी के चलते छात्रों का शिक्षण कार्य प्रभावित न हो इसलिए ई- ज्ञान गंगा वर्चुअल स्कूल के माध्यम से पठन-पाठन शुरू किया है। शासन के निर्देश पर शिक्षण कार्य की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। निगहबानी के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। नोडल अधिकारी हर दिन समीक्षा करके रिपोर्ट प्रेषित करना है। जनपद के 622 विद्यालयों के अब तक पंजीकृत 229326 छात्र पढ़ाई की इस व्यवस्था से जुड़ेंगे।
जौनपुर: यूपी बोर्ड ने महामारी के चलते छात्रों का शिक्षण कार्य प्रभावित न हो इसलिए ई- ज्ञान गंगा वर्चुअल स्कूल के माध्यम से पठन-पाठन शुरू किया है। शासन के निर्देश पर शिक्षण कार्य की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। निगहबानी के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। नोडल अधिकारी हर दिन समीक्षा करके रिपोर्ट प्रेषित करना है। जनपद के 622 विद्यालयों के अब तक पंजीकृत 229326 छात्र पढ़ाई की इस व्यवस्था से जुड़ेंगे।
छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 18 अगस्त से ई-ज्ञान गंगा वर्चुअल स्कूल के माध्यम से पढ़ाई शुरू किया है। बोर्ड के निर्देश पर जनपद में प्रत्येक 12 विद्यालय पर एक प्रधानाध्यापक को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। वहीं डीआईओएस कार्यालय में खुले कंट्रोल रूम के प्रभारी प्रधानाचार्य रमेश यादव को बनाया गया है। नोडल अधिकारी हर दिन समीक्षा करके रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक को प्रेषित करेंगे।
जारी किया गया है शिक्षण का शेड्यूल
ई-ज्ञान गंगा के माध्यम से शिक्षण हेतु शेड्यूल जारी किया गया है। यूपी दूरदर्शन पर सोमवार से शुक्रवार तक हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्रों को अपराह्न 11 बजे से छह बजे तक चार चरणों में पढ़ाया जाएगा वहीं स्वयं प्रभा चैनल पर कक्षा नौ व 11 की कक्षाएं पूर्वाह्न 11 से शाम 6.30 बजे तक दो चरणों में चलेंगी।
संसाधन विहीन छात्रों को दूरस्थ शिक्षा की व्यवस्था
माध्यमिक विद्यालयों में पंजीकृत ऐसे छात्र जिनके पास टेलीविजन तथा आन लाइन शिक्षा की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है उनके लिए दूरस्थ शिक्षा से संबंधित पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए ई-ज्ञान गंगा वर्चुअल स्कूल संचालित किया जा रहा है। पाठ्यक्रम को संशोधित करते हुए तीन भागों में विभाजित कर शिक्षा दी जा रही है। प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को निर्देशित किया जाता है कि वह छात्रों को वर्चुअल स्कूल से जोड़ते हुए विद्यार्थियों की जिज्ञाशाओं का विषयवार समाधान करें। महामारी के इस संकट में अभिभावकों का भी सहयोग आवश्यक है।
प्रवीण मणि त्रिपाठी
जिला विद्यालय निरीक्षक