बर्बाद हुई फसलों की किसानों को नहीं मिली क्षतिपूर्ति
प्रकृति की मार से बर्बाद हो रहे किसानों को बचाने के लिए चल रही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जनपद में लापरवाही की भेंट चढ़ गई है। बीमा कंपनी के एजेंट गांवों में नहीं पहुंचे। किसान क्रेडिट कार्ड पर कर्ज लेकर बोई गई जिन फसलों का बीमा होता भी है क्षतिपूर्ति नहीं मिल पाती। इसका उदाहरण है रबी फसल। जनपद के 1659 किसानों ने बर्बाद हुई फसलों के मुआवजा का दावा किया था। कंपनी ने सिर्फ 3
जागरण संवाददाता, जौनपुर: प्रकृति की मार से बर्बाद हो रहे किसानों को बचाने के लिए चल रही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जनपद में लापरवाही की भेंट चढ़ गई है। बीमा कंपनी के एजेंट न गांवों में पहुंच रहे हैं और न किसानों को क्षतिपूर््ित मिल पा रही है। जनपद के 1659 किसानों ने बर्बाद हुई रबी की फसलों के मुआवजा का दावा किया था लेकिन कंपनी ने सिर्फ 38 किसानों को ही खाते में 111726 रुपये का भुगतान किया है।
अवर्षण, ओलावृष्टि आदि के चलते अक्सर फसलें नष्ट हो जाती हैं। कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों को बर्बादी से बचाने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई जा रही है। इसमें नाम मात्र के प्रीमियम पर फसलों का बीमा किया जाता है। जनपद में एचडीएफसी एरगो बीमा कंपनी को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन कंपनी के एजेंट के गांवों में न पहुंच रहे हैं। जिसके चलते अन्नदाता महत्वाकांक्षी योजना के लाभ से वंचित रह जा रहे हैं। खामी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले के 6,55,912 किसानों में रबी वर्ष 2019-20 में सिर्फ 15354 किसानों की ही फसलों का बीमा हुआ है। इसमें सिर्फ 229 गैर ऋणी किसानों के फसलों का बीमा किया गया, शेष कर्ज से बोई गई फसलें बीमित हैं। बीमा कंपनी के एजेंट द्वारा शायद ही किसी किसान का बीमा किया गया हो। रबी फसलों के बीमा की स्थिति..
जनपद में कुल किसान: 6,55,912
फसल बीमा कराने वाले किसान: 15354
ऋणी किसान: 15125
गैर ऋणी किसान: 229
बीमित क्षेत्रफल: 5971.70 हेक्टेयर
कुल दिया गया प्रीमियम: 58.81 लाख रुपये
क्षतिपूर्ति के लिए आवेदन देने वाले किसान: 1659
मुआवजा पाने वाले किसानों की संख्या: 38
क्षतिपूर्ति का किया गया भुगतान: 111726 रुपये बोले अधिकारी
किसानों के लिए महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कंपनी द्वारा असहयोग करने की शिकायत अनवरत शासन स्तर पर की जाती है। बीमा एजेंट से क्षतिपूर्ति भुगतान के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि 38 किसानों के खाते में क्षतिपूर्ति भेज दी गई है, 39 किसानों के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। बाकी किसानों के आवेदन पोर्टल पर नहीं दिख रहे हैं। सत्यता की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
-जय प्रकाश
उपनिदेशक कृषि।