न्याय के लिए बार व बेंच में मधुर संबंध जरूरी
जागरण संवाददाता केराकत (जौनपुर) बार और बेंच एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। कानून का
जागरण संवाददाता, केराकत (जौनपुर): बार और बेंच एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। कानून का राज कायम करने व बेहतर न्याय पाने के लिए बार व बेंच के बीच मधुर संबंध कायम रहना बेहद जरूरी है। न्याय की बेहतरी के लिए एक-दूसरे को अपेक्षित सहयोग करना ही समझदारी है। यह बातें ग्राम न्यायाधिकारी मनु गुप्ता ने शुक्रवार को मुंसिफ कोर्ट की स्थापना के बाद पहली बार मुंसिफ जज और बार संघ की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि ग्राम न्यायालय में वहीं मुकदमा चलेगा जिसमें दो साल की सजा का प्रावधान है। सर्वप्रथम मारपीट और अपशब्दों के साधारण मुकदमों की सुनवाई होगी। जिसके लिए 1200 मुकदमों की पत्रावलियां आ चुकी है। 29 मुकदमों की तारीख मुकर्रर की गई है। सभी मुकदमों को नियमित रूप से सुना जाएगा। पूर्व अध्यक्ष नम: नाथ शर्मा ने कहा कि समाज का हर वर्ग न्यायपालिका को आशा भरी निगाह से देखता है। उन्होंने कहा कि शिकायत और समस्या के समाधान के लिए अलग से बैठक रख समस्याओं के समाधान के लिए स्वतंत्र मन से चर्चा करनी चाहिए।
इस मौके पर तहसीलदार रामसुधार, महामंत्री अवधेश कुमार सिंह, हिरेंद्र यादव, नम: नाथ शर्मा, शारदा प्रसाद यादव, मांधाता सिंह, सुरेश कुमार आदि रहे। अध्यक्षता बार संघ के अध्यक्ष छोटेलाल निडर व संचालन महेंद्र शंकर पांडेय ने किया।