लोकसभा चुनाव में जुड़े नाम, नहीं मिल सका वोटर कार्ड
जागरण संवाददाता जौनपुर लोकसभा चुनाव के दौरान जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से अभियान चलाकर
जागरण संवाददाता, जौनपुर: लोकसभा चुनाव के दौरान जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से अभियान चलाकर बड़े पैमाने पर मतदाता सूची में नाम तो जोड़े गए, लेकिन अभी तक मतदाताओं को वोटर कार्ड नहीं मिल सका है। उस दौरान अभियान के तहत बोगस मतदाताओं का नाम काटने के साथ ही तकरीबन सवा लाख नए मतदाताओं का नाम सूची में जोड़ा भी गया। सभी को जल्द वोटर कार्ड देने का दावा किया गया, लेकिन यह कम ही लोगों को मिल सका। मल्हनी के सपा विधायक रहे पारसनाथ यादव के निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव तीन नवंबर को होना है। ऐसे में उन मतदाताओं की समस्या बढ़ सकती है, जिन्हें अभी तक वोटर कार्ड नहीं मिल सका है। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान चेन्नई की कंपनी को वोटर कार्ड बनाने का जिम्मा सौंपा गया था।
नए नाम जोड़ने के साथ ही भारी संख्या में नामों का संशोधन भी किया गया। वोटर लिस्ट में नाम दर्ज होने के आधार पर मतदाताओं ने वोट तो दे दिया, लेकिन अभी तक अधिकतर को वोटरकार्ड नहीं मिल सका है। दलील दी जा रही है कि चेन्नई स्थित कंपनी को कार्ड बनाने का जिम्मा दिया गया, जो अभी तक कार्ड उपलब्ध नहीं करा सकी है। उधर, वोटर कार्ड न मिल पाने से तमाम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बोले अधिकारी..
सदर क्षेत्र में तमाम लोगों को वोटर कार्ड अभी कुछ दिनों पहले ही बंटवाया गया है। जिनका नाम सूची में दर्ज है, उन्हें पहचान पत्र भी जरूर मिलेगा। विषम स्थिति में मतदान के अन्य विकल्पों का प्रयोग कर मतदाता वोट दे सकेंगे।
-नीतीश कुमार सिंह, आरओ, मल्हनी विधानसभा क्षेत्र।