कुपोषण: मिड-डे मील योजना में कुपोषित बच्चों को भी मिलेगा भोजन
कुपोषित बच्चों का आकड़ा कम करने के लिहाज योजनाओं में बदलाव की कवायद शुरू कर दी गई है। अब आंगनवाड़ी केंद्रों पर पहुंचने वाले बच्चों को मिड-डे मील योजना के तहत भोजन कराया जाएगा। इसे लेकर अतरिक्त खर्च का वहन बाल विकास परियोजना की ओर से किया जाएगा। मौजूदा समय में कुल 5321 आंगनवाड़ी केंद्र हैं।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: कुपोषित बच्चों का आंकड़ा कम करने के लिहाज योजनाओं में बदलाव की कवायद शुरू कर दी गई है। अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचने वाले बच्चों को मिड-डे मील योजना के तहत भोजन कराया जाएगा। इसे लेकर अतिरिक्त खर्च का वहन बाल विकास परियोजना की ओर से किया जाएगा। मौजूदा समय में कुल 5321 आंगनबाड़ी केंद्र हैं।
इस व्यवस्था की शुरूआत शासन के हॉट कुक्ड फूड योजना की तर्ज पर की गई है। बीते काफी समय से इसके लिए बजट नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में पुष्टाहार का वितरण तो किया जा रहा था, लेकिन भोजन की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी, जिस कमी को अब पूरा करने की तैयारी की गई है। इसी माह के मध्य तक व्यवस्था को अमल में लाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके लिए औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। पूर्व में कुपोषण रोकने को लेकर किए गए सभी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। यही वजह है कि अभी भी जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या तकरीबन 14 हजार है। हालांकि इस दायरे को कम करने के लिए अब सिस्टम में कई बदलाव कर दिए गए हैं, जिसके परिणाम आने वाले दिनों में सामने होंगे। कुपोषित बच्चों की पहचान व उनकी संख्या को कम करने के लिए सुपोषण मेले की शुरुआत पहले ही की जा चुकी है।
..........
कुछ समय से आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को भोजन नहीं मिल पा रहा था, जो अब मिड-डे मील योजना के साथ कराया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों पर खर्च होने वाले बजट को अलग से दिया जाएगा। इसे लेकर जरूरी औपचारिकताओं को तकरीबन पूरा कर लिया गया है। उम्मीद है कि व्यवस्था को अगले कुछ दिनों में लागू कर दिया जाएगा।
राकेश कुमार मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी