पहले ही दिन देर से पहुंचे जिम्मेदारी अधिकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से जनता की समस्याओं के निस्तारण के लिए रोजाना सुबह नौ से दस बजे तक डीएम व एसपी से जन सुनवाई में उपस्थित होने को कहा। बावजूद पहले ही दिन सीएम का आदेश बेअसर दिखाई दिया। वजह कि पहले दिन प्रशासन के अधिकारी देरी से पहुंचे तो पुलिस कार्यालय में अफसर समय से रहे। जिसका परिणाम यह रहा कि यहां पहुंचने वाले फरियादियों को काफी परेशानी हुई।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से जनता की समस्याओं के निस्तारण के लिए रोजाना सुबह नौ से दस बजे तक डीएम व एसपी से जन सुनवाई में उपस्थित होने को कहा गया। बावजूद इसके पहले ही दिन सीएम का आदेश बेअसर दिखाई दिया। वजह कि पहले दिन प्रशासन के अधिकारी देरी से पहुंचे तो पुलिस कार्यालय में अफसर समय से रहे। जिसका परिणाम यह रहा कि यहां पहुंचने वाले फरियादियों को काफी परेशानी हुई।
जागरण टीम सुबह 8.55 बजे डीएम व एसपी कार्यालय पहुंची। एसपी कार्यालय में 9.11 बजे सीओ सिटी नृपेंद्र एसपी कक्ष में प्रतिनिधि के तौर पर बैठे। हालांकि फरियादी नहीं आए थे। 9.15 बजे एसपी सिटी डा.अनिल कुमार पांडेय स्वयं गाड़ी चलाकर कार्यालय पहुंचे। उसके एक मिनट बाद 9.16 बजे कप्तान पहुंचे। जिसके बाद एसपी सिटी किसी काम से बाहर चले गए। फरियादी न होने के कारण वह फाइलों का निस्तारण करते रहे, लोग पहुंचे तो उनकी सुनवाई किए। इसके बाद 10.45 बजे कार्यालय का निरीक्षण किया। साढ़े नौ बजे डीएम कार्यालय के कलेक्ट्रेट सभागार में बने जन सुनवाई केंद्र पर ताला लटकता रहा। इससे फरियादियों को काफी इंतजार करना पड़ा। 9.35 बजे दरवाजा खुला, इसके बाद 9.45 बजे सिटी मजिस्ट्रेट जन सुनवाई केंद्र पर पहुंचे तो डीएम की अनुपस्थित पर फरियाद सुनते रहे।
बता दे कि डीएम व एसपी 12 जून को सीएम की बैठक में गए थे तो सीएम ने समीक्षा करते हुए हर दिन जनसुनवाई करें। जिलाधिकारी जहां बैठक से नहीं लौट पाए थे तो प्रभारी जिलाधिकारी मौके पर नहीं मौजूद मिले। एसपी कार्यालय में कम रहे फरियादी :-एसपी कार्यालय में अपेक्षाकृत अधिकारी कम मौजूद रहे तो कलेक्ट्रेट मीटिग हाल में जन सुनवाई में काफी भीड़ रही। नहीं उठा फोन :-जन सुनवाई में सुबह समय से न पहुंचने के बाबत जब सीडीओ व प्रभारी डीएम गौरव वर्मा से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा। वाट्स एप कॉलिग, वाट्स एप मैसेज, मोबाइल मैसेज करके जवाब जानना चाहा पर कोई जवाब नहीं आया। इनको लेकर यह कोई नई बात नहीं। प्राय: ही ऐसा होता है।