आइपीएस मनोज तिवारी राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित
भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) सिक्किम कैडर के वरिष्ठ अधिकारी मनोज तिवारी को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। जिले के पंवारा गांव के मूल निवासी 2003 बैच के आइपीएस अधिकारी मनोज तिवारी फिलवक्त पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम की राजधानी गंगटोक में आइजी व डाइरेक्टर फायर सर्विस तैनात हैं।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) सिक्किम कैडर के वरिष्ठ अधिकारी मनोज तिवारी को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। जिले के पंवारा गांव के मूल निवासी 2003 बैच के आइपीएस अधिकारी मनोज तिवारी फिलवक्त पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम की राजधानी गंगटोक में आइजी व डाइरेक्टर फायर सर्विस तैनात हैं।
इससे पूर्व वह गृह प्रदेश में तैनाती के दौरान औरैया, झांसी, सहारनपुर, मुरादाबाद, एसटीएफ में एसपी, डीआइजी आजमगढ़ व चित्रकूट जोन का पद संभाल चुके हैं। औरैया में एसपी रहते हुए लाल कार्ड को लेकर चर्चा में रहे। लाल कार्ड के प्रयोग से शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराकर उन्होंने चुनाव आयोग से शाबासी बटोरी थी।
सहारनपुर में तैनाती के दौरान ही पदोन्नति पाकर एसएसपी बने थे। इसके बाद चुनाव आयोग की संस्तुति पर उन्हें मुरादाबाद का एसएसपी बनाया गया था। वहां मनोज तिवारी ने थानों में लावारिस पड़े वाहनों को उनके मालिक को सिपुर्द कराकर एक मिसाल पेश की थी। तत्कालीन पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने इस माडल को सूबे के प्रत्येक जिलों के पुलिस अधीक्षकों को अमल करने का निर्देश जारी किया था।
वर्ष 2019 में डीआइजी आजमगढ़ रहते हुए भी मनोज तिवारी ने अपने कार्य-व्यवहार से अलग पहचान बनाई थी। उन्हें राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किए जाने से जनपदवासियों में खुशी की लहर छा गई है।