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पंचायत सहायक बनाने को ग्राम पंचायत सदस्य दे रहे इस्तीफा

ग्राम पंचायतों में अपने पाल्यो व संबंधियों को पंचायत सहायक बनाने के लिए कई ग्राम पंचायत सदस्य इस्तीफा दे रहे हैं। पंचायत सहायक बनने के लिए जहां ब्लाकों सहित जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) कार्यालय में आवेदन किया जा रहा है वहीं सदस्यों का इस्तीफा भी पहुंच रहा है। शासन के निर्देश में स्पष्ट है कि जो ग्राम पंचायत के प्रधान उप प्रधान सदस्य अथवा सचिव का संबंधी है वह इस पद के लिए आवेदन नहीं कर सकता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 12:30 AM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 12:30 AM (IST)
पंचायत सहायक बनाने को ग्राम पंचायत सदस्य दे रहे इस्तीफा
पंचायत सहायक बनाने को ग्राम पंचायत सदस्य दे रहे इस्तीफा

जागरण संवाददाता, जौनपुर : ग्राम पंचायतों में अपने पाल्यो व संबंधियों को पंचायत सहायक बनाने के लिए कई ग्राम पंचायत सदस्य इस्तीफा दे रहे हैं। पंचायत सहायक बनने के लिए जहां ब्लाकों सहित जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) कार्यालय में आवेदन किया जा रहा है वहीं सदस्यों का इस्तीफा भी पहुंच रहा है। शासन के निर्देश में स्पष्ट है कि जो ग्राम पंचायत के प्रधान, उप प्रधान, सदस्य अथवा सचिव का संबंधी है वह इस पद के लिए आवेदन नहीं कर सकता है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग हैं, जिनका कोई न कोई सगा संबंधी सदस्य है। इस लिए वे लोग ब्लाकों पर पहुंचकर इस्तीफा दे रहे हैं। हालांकि डीपीआरओ का कहना है कि इस्तीफा उन्हीं का स्वीकार किया जाएगा जो आवेदन के पूर्व इस्तीफे के लिए आवेदन किए हैं। इसके बाद खाली पड़े पंचायत सदस्य के पद पर दोबारा चुनाव कराया जाएगा।

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1,740 ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। पूर्व में प्राप्त आवेदनों के सत्यापन के बाद ग्राम पंचायतों में गठित प्रशासकीय समिति ने अपनी रिपोर्ट जिला पंचायत कार्यालय को सौंप दी है। आठ जिला स्तरीय अधिकारी आए आवेदनों की जांच कर रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी के अनुमोदन पर नियुक्ति प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा। गांवों में विकास कार्यो को गति देने व कामकाज को सरल बनाने के लिए शासन के निर्देश पर प्रत्येक ग्राम पंचायत में संविदा पर पंचायत सहायकों की भर्ती की जानी है।

इसके लिए दसवीं व बारहवीं के अंक को मेरिट का आधार बनाया गया है। साथ ही भर्ती प्रक्रिया में यह साफ किया गया है कि आवेदकों का ग्राम पंचायतों में प्रधान समेत सदस्यों से किसी प्रकार की रिश्तेदारी न हो, जिससे पारदर्शिता बनी रहे व अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा सके।

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उन ग्राम पंचायत सदस्यों का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाएगा, जहां से भर्ती के लिए आवेदन करने के बाद इसे दिया गया है। इस्तीफे से गांवों के विकास पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सभी ब्लाकों से जानकारी मिलने के बाद रिक्त हुए पदों पर दोबारा चुनाव कराया जाएगा।

- संतोष कुमार, डीपीआरओ।


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