फर्जी वसीयत कराने में चार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा
चंदवक थाना क्षेत्र के घुट्ठा गांव में फर्जी वसीयत के मामले में पुलिस ने चार नामजद आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी साजिश रचने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
केराकत (जौनपुर): चंदवक थाना क्षेत्र के घुट्ठा गांव में फर्जी वसीयत के मामले में पुलिस ने चार नामजद आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश रचने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
उक्त गांव निवासी नागेंद्र बहादुर सिंह के अनुसार वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। पिता राम अधार सिंह का जनवरी 1975 में देहांत हो जाने के बाद उनकी अचल संपत्ति उनके नाम से वरासत हो गई। इसके बाद वह रोजी-रोटी के सिलसिले में गुजरात चले गए। उनकी गैर मौजूदगी का फायदा उठाकर पट्टीदार श्यामबली सिंह ने अपने भाई पेशे से वकील छोटेलाल सिंह व मोहर्रिर राजेंद्र प्रसाद की साजिश व सहयोग से कूटरचना कर उनके पिता की मृत्यु के डेढ़ साल बाद फर्जी खुश्की व वसीयतनामा तैयार कराकर दो मृतकों के फर्जी हस्ताक्षर कर गवाही करा दिया। इसी आधार पर तहसीलदार न्यायालय में वाद प्रस्तुत कर उनका नाम खारिज कराकर स्वयं को बतौर वारिस दर्ज करा दिया। जानकारी होने पर जब वह तहसील पहुंचे तो इस प्रकार का कोई वसीयतनामा पत्रावली पर दर्ज नहीं था। पूछताछ करने पर आरोपित मारपीट पर आमादा हो गए। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने धोखाधड़ी, साजिश सहित आधा दर्जन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की छानबीन जा रही है।