अनुपस्थित रहने वाले 12 अधिकारियों से मांगा गया स्पष्टीकरण
सभी तहसीलों में सोमवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया था। इसमें लखीमपुर खीरी मामले में हंगामे को देखते हुए कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए ज्यादातर तहसीलों में उच्च अधिकारी नहीं रहे। वहीं सदर तहसील में जिला व ब्लाक स्तरीय 12 अधिकारियों से बिना कारण अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण मांगा गया।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : सभी तहसीलों में सोमवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया था। इसमें लखीमपुर खीरी मामले में हंगामे को देखते हुए कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए ज्यादातर तहसीलों में उच्च अधिकारी नहीं रहे। वहीं सदर तहसील में जिला व ब्लाक स्तरीय 12 अधिकारियों से बिना कारण अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण मांगा गया। इसमें सभी तहसीलों में कुल 296 प्रार्थना पत्र पड़े, जिसमें से 31 मामलों का निस्तारण किया गया।
सदर तहसील में प्रेक्षागृह में अतिरिक्त डिप्टी कलेक्टर अमिताभ यादव के नेतृत्व में संपूर्ण समाधान की सुनवाई हुई। इसमें 41 प्रार्थना पत्र पड़े, जिसमें से पांच मामलों की सुनवाई हुई। वहीं अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों से डीएम के निर्देश पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसमें परियोजना निदेशक, डीपीओ, सहायक निदेशक मत्स्य, अधिशासी अभियंता बिजली, जिला सेवायोजन अधिकारी, डीपीआरओ, नगर पालिका परिषद जौनपुर ईओ, नगर पंचायत जफराबाद ईओ, बीइओ धर्मापुर, बीडीओ धर्मापुर, बीडीओ सिरकोनी, बीडीओ बक्शा से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस मौके पर तहसीलदार महेंद्र कुमार मौजूद रहे।
मछलीशहर तहसील सभागार में एसडीएम राजेश कुमार की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 80 शिकायतों में से पांच का निस्तारण हुआ।
केराकत तहसील सभागार में एसडीएम कौशलेश कुमार मिश्र की अध्यक्षता में 73 लोगों ने अपनी समस्याओं से संबंधित प्रार्थना पत्र सौंपा। चार प्रार्थना पत्रों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।
मड़ियाहूं तहसील सभागार में तहसीलदार मड़ियाहूं अमित कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में 36 प्रार्थना पत्र में से पांच का मौके पर निस्तारण किया गया।
शाहगंज तहसील में एसडीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में तहसील सभागार में कुल 32 प्रार्थना पत्र में से दो का निस्तारण किया गया। शेष प्रार्थना पत्रों के निस्तारण के लिए संबंधित विभाग को सुपुर्द किया गया।
बदलापुर तहसील में तहसीलदार मृदुला दुबे की अध्यक्षता में 34 फरियादियों में से छह का निस्तारण किया गया।