तहसील प्रशासन व मंत्री तीन दिन बाद भी बच्ची को दूध का नहीं करा सके इंतजाम
जागरण संवाददाता मल्हनी (जौनपुर) सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव में गत 12 व 13 मई को
जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर) : सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव में गत 12 व 13 मई को कोरोना संक्रमण से दंपती की मौत हो गई थी। इससे छह नाबालिग बच्चों के सिर से मां-बाप का साया उठ गया। इसमें छह माह की एक दूधमुंही बच्ची भी है। जिसको दूध मुहैया कराने के लिए राज्यमंत्री व एसडीएम शाहगंज ने आश्वासन दिया, लेकिन तीन दिन बाद भी दूध बच्ची को नहीं मिल सका। किसी तरह ग्रामीण व्यवस्था करा रहे हैं।
गत सोमवार को राज्यमंत्री गिरीश चंद यादव, एसडीएम शाहगंज राजेश वर्मा छह अनाथ नाबालिग बच्चों को आर्थिक सहायता देने के लिए गांव पहुंचे थे। उन्होंने एक लाख रुपये नकद राशि व चार बिस्वा जमीन का प्रमाण पत्र सौंपा। दो बच्चियों की पढ़ाई की जिम्मेदारी श्रम विभाग को दी। इस दौरान जुटी भीड़ से महिलाओं ने राज्यमंत्री व एसडीएम से छह माह के बच्ची के दूध के इंतजाम कराए जाने की बात कही। सभी ने एक सुर से अगले दिन दूध का इंतजाम हो जाने का भरोसा दिलाया। एसडीएम ने तो बाकायदा इसकी जिम्मेदारी हल्का कानूनगो को दे दिया। तीन दिन बीतने के बाद वादा हवा-हवाई साबित हुआ। जिम्मेदारों का नहीं उठा फोन
इसकी जानकारी के लिए राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव को कई बार फोन किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। एसडीएम शाहगंज राजेश वर्मा के मोबाइल पर कई बार पूरी घंटी गई, लेकिन फोन नहीं उठा। उनके नजदीकियों से जब संपर्क किया गया तो पता चला कि वह किसी निजी कार्यक्रम के लिए छुट्टी पर हैं।
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बोले ग्राम प्रधान
बच्ची के दूध के इंतजाम सभी ने अगले दिन किए जाने का का भरोसा दिलाया था। तीन दिन गुजर गया, लेकिन बच्ची को दूध का इंतजाम नहीं हो सका। न ही किसी ने इस मामले में परिवार से संपर्क किया। ग्रामीणों की ओर बच्ची को दूध दिया जा रहा है।
-थानेदार यादव, ग्राम प्रधान, पकड़ी।