कन्या सुमंगला के आठ हजार आवेदन निरस्त
जागरण संवाददाता जौनपुर कन्या सुमंगला योजना के आठ हजार आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। सत्यापन के दौरान यह पाया गया कि कुछ ने जरूरी जानकारियां छिपाई। कुछ आवेदन गलत भरने की वजह से रद कर दिए गए हैं। प्रदेश सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना में 25 हजार आवेदनों में महज 7500 लाभर्थियों को ही लाभ मिल सका। अन्य आवेदनों की जांच नहीं हो पाने की वजह से सभी डंप हैं। बेटियों के लिए संजीवनी माने जाने वाली इस योजना के ऑनलाइन पोर्टल को कुछ महीनों पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लांच किया था। इसमे बेटी के
जागरण संवाददाता, जौनपुर: कन्या सुमंगला योजना के आठ हजार आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। सत्यापन के दौरान यह पाया गया कि कुछ ने जरूरी जानकारियां छिपाई है। कुछ आवेदन गलत भरने की वजह से रद कर दिए गए हैं। प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में 25 हजार आवेदनों में महज 7500 लाभार्थियों को ही लाभ मिल सका है। अन्य आवेदन जांच नहीं हो पाने की वजह से सभी डंप हैं।
बेटियों के लिए संजीवनी माने जाने वाली इस योजना के ऑनलाइन पोर्टल को कुछ महीनों पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लांच किया था। इसमें बेटी के जन्म से लेकर टीकाकरण व पढ़ाई तक की व्यवस्था सरकार की ओर से की गई है। भारी जद्दोजहद के बीच इसके लिए 25 हजार लोगों ने आवेदन किया। हालांकि जांच की कसौटी पर खरा न उतने की वजह से आठ हजार आवेदनों को रद कर दिया गया। कोरोना की वजह से भी यह योजना प्रभावित हुई। लॉकडाउन के बाद बंद हुए विद्यालयों से बड़ी संख्या में भरे गए आवेदनों का सत्यापन नहीं हो सका। इससे पोर्टल पर लाभार्थियों की जानकारी नहीं भरी जा सकी। अभी भी बड़ी संख्या में आवेदनों का सत्यापन होना शेष है। अधिक से अधिक लोगों तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए शासन की ओर से निर्देशित किया गया था, जिसका व्यापक असर दिखा। जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर समस्त बीडीओ को इस अभियान से जोड़ा व फार्म भरवाने की जिम्मेदारी सौंपी। पूर्व में हुई समीक्षा बैठकों में कन्या सुमंगला योजना को लेकर अलग से समीक्षा तक हुई, लेकिन लगातार बढ़े कोरोना के मामलों से यह योजना पिछड़ती गई। अब विद्यालयों के खुलने के बाद आवेदन भरवाने व बचे रह गए फार्मों की जांच कराए जाने की बात कही जा रही है। बोले अधिकारी
लॉकडाउन की वजह से कार्य प्रभावित हुआ। मौजूदा समय में ऑनलाइन आवेदन ही किए जा रहे हैं। अभी तक 25 हजार आवेदन हुए हैं, जिसमें 7500 लाभार्थी को योजना का लाभ मिला है। विद्यालयों के खुलने के साथ ही अधिक से अधिक परिवारों को जोड़ा जाएगा।
-एसके सोनी, जिला प्रोबेशन अधिकारी।