पशु आश्रय स्थलों पर तिल-तिल कर मर रहे गोवंश
जागरण संवाददाता मीरगंज/ सिगरामऊ प्रदेश सरकार बेसहारा गोवंशों की सुरक्षा के लिए प्रयास
जागरण संवाददाता, मीरगंज/ सिगरामऊ : प्रदेश सरकार बेसहारा गोवंशों की सुरक्षा के लिए प्रयासरत है। इनके आश्रय के लिए हर माह करोड़ों रुपये खर्च भी किए जा रहे हैं, लेकिन व्यवस्था में खामी के कारण गोशाला में गोवंश तिल-तिल कर मर रहे हैं। सब कुछ जानते हुए जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं।
मीरगंज क्षेत्र के जरौना गांव में एक पशु आश्रय स्थल बनाया गया है। जिसे तारबंदी कर टिन शेड डाला गया है। यहां 50 से अधिक गोवंश हैं। परिसर में कीचड़ व गंदगी फैली है। भींगा व सड़ा भूसा गोवंशों को खाने के लिए दिया जा रहा है जो वह खा नहीं रहे हैं। कुछ कमजोर गायों को जंगली जानवर व कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं, वहीं कई गायें बीमारी की हालत में जमीन पर पड़ी तड़प रही हैं। ग्राम प्रधान आनंद कुमार ने बताया कि करीब साढ़े तीन माह से पैसा नहीं मिल रहा है। उधार कितना राशन मंगवाया जाए। वहीं सेक्रेटरी से संपर्क करने के लिए कई बार फोन किया गया, कितु फोन नहीं उठा।
इसी क्रम में सिगरामऊ क्षेत्र के मल्लूपुर गांव में स्थित गोशाला में मंगलवार को दो गायें मर गईं। उन्हें जमीन में गाड़ने की बजाय बगल स्थित सोनचिरैया के मैदान में फेंक दिया गया। जिसे जंगली जानवर व कुत्ते आहार बना रहे हैं। आने- जाने वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, पुलिस ने भी तहसील प्रशासन को सूचित कर दिया। गायों की इस तरह की हो रही दुर्दशा पर आस-पास के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। बोले जिम्मेदार
मछलीशहर के खंड विकास अधिकारी राजन राय ने कहा कि पशुओं को दान के लिए बजट की डिमांड की गई है। गोशाला में ऐसी स्थिति की जानकारी उन्हें नहीं है। जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। वहीं बदलापुर के खंड विकास अधिकारी का दावा है कि हमने निरीक्षण किया था। वहां सब कुछ ठीक-ठाक था। मृत पशुओं को खुले में कैसे फेंका गया। मातहतों से पूछताछ की जाएगी। ब्लाक प्रमुख ने हरीपुर गोशाला का किया निरीक्षण
जलालपुर (जौनपुर): हरीपुर ग्राम में संचालित पशु आश्रय स्थल (गोशाला) में गतदिवस दो गायों की मौत हो गई। इसकी जानकारी होने पर ब्लाक प्रमुख जलालपुर संदीप सिंह व्यवस्था देखने पहुंचे। उन्होंने कहा कि गायों की सुरक्षा की सभी तरह की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने गौशाला संचालक व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विनोद पाल से गोशाला की व्यवस्थाओं को लेकर बात किया। इस अवसर पर गोशाला से राष्ट्रीय पोषण माह योजना में कुपोषित बच्चों के परिजनों को चार गाय दी गई।