संदिग्ध परिस्थिति में फांसी से लटका विवाहिता का शव मिला
खुटहन (जौनपुर) बड़सरा गांव में शुक्रवार की भोर में विवाहिता का पंखे के हुक में साड़ी के फंदे के सहारे शव लटका मिला।
जागरण संवाददाता, खुटहन (जौनपुर): बड़सरा गांव में शुक्रवार की भोर में विवाहिता का पंखे के हुक में साड़ी के फंदे के सहारे शव लटका मिला। मृतका के पिता की तहरीर पर थाना पुलिस ने पति, सास-ससुर व देवर के विरुद्ध दहेज हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गांव निवासी विकास यादव की 26 वर्षीय पत्नी लक्ष्मी देवी गुरुवार की रात भोजन करने के बाद कमरे में अपने कमरे में चली गई। शुक्रवार की सुबह काफी देर बाद भी कमरे से नहीं निकली तो सास हीरावती जगाने गई। दरवाजा भीतर से बंद था। आवाज लगाने पर प्रतिक्रिया नहीं हुई। हीरावती की सूचना पर पास-पड़ोस के लोग जुट गए। पुलिस को सूचना दी गई। तहसीलदार बदलापुर मृदुला दुबे की मौजूदगी में पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। कमरे में लक्ष्मी देवी का पंखे के हुक में साड़ी के फंदे से लटका शव दिखते ही पूरे गांव में सनसनी फैल गई। मृत लक्ष्मी देवी का मायका सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के हरबसपुर छुंछा गांव में था। उसकी शादी गत वर्ष मई में हुई थी। सूचना दिए जाने पर मायके वाले भी आ गए। मृतका के पिता लालचंद यादव ने थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही ससुरालीजन दहेज में एक लाख रुपये व चारपहिया वाहन की मांग को लेकर लक्ष्मी को प्रताड़ित करते रहे। मांग पूरी न होने पर रात में उसकी हत्या कर आत्महत्या का रूप देने के लिए शव फंदे से लटका दिया। तहरीर के आधार पर थाना पुलिस ने सास, ससुर लालचंद यादव, पति व देवर कल्लू के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज लिया। ससुर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए गए लालचंद ने तहरीर दी कि उसकी बहू फोन पर हमेशा पराए लोगों से बात करती थीं। डांट-फटकार लगाने पर उसने फांसी लगाकर जान दे दी। उनका कहना है कि तीन दिन पूर्व उनके वयोवृद्ध पिता राम प्रताप यादव की हालत बिगड़ गई थी। उन्हें जिला मुख्यालय के एक निजी हास्पिटल में भर्ती कराकर परिवार के सभी सदस्य तीमारदारी में लगे हुए थे। उन्हें झूठा फंसाया जा रहा है।