बासी दूध पीने के बाद बेटी की मौत, बेटे की हालत नाजुक
जौनपुर जामडीह गांव में सोमवार की सुबह मां के बासी दूध पिलाने क
जागरण संवाददाता, सुरेरी (जौनपुर): जामडीह गांव में सोमवार की सुबह मां के बासी दूध पिलाने के बाद दो बच्चों की हालत बिगड़ गई। उपचार के दौरान बेटी की मौत हो गई, जबकि बेटे की हालत गंभीर बनी हुई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी विषैले जंतु के गिर जाने से दूध विषाक्त हो गया होगा, जिसके सेवन के बाद बच्चों की हालत बिगड़ गई।
उक्त गांव निवासी राजनाथ यादव रोजी-रोटी के सिलसिले में मुंबई रहते हैं। उनकी पत्नी संगीता बच्चों व अन्य स्वजनों संग घर पर रहती हैं। सोमवार की सुबह संगीता ने रविवार की शाम का घर में ढंककर रखे गए दूध को अपनी दो वर्षीय बेटी अंतिमा व चार वर्ष के बेटे रोशन को पिला दिया। दूध पिलाने के कुछ ही देर बाद अंतिमा की तबीयत अचानक खराब हो गई। जब तक परिवार के लोग कुछ समझ पाते तब तक रोशन की भी दशा उसी की तरह हो गई। स्वजन बच्चों को आनन-फानन में उपचार के लिए एक निजी अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान दोपहर में अंतिमा की मौत हो गई। रोशन की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घटना को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। दूध की जांच के बाद पता चलेगा
इलाज कर रहे डा. रजनीश का कहना है कि लगता तो यही है कि दूध में कोई विषैला जंतु गिर गया होगा। जिसके कारण दूध विषाक्त हो गया। दूध पिलाने के बाद बालिका की मौत हो गई, लेकिन जब तक वह दूध उपलब्ध नहीं होगा तब तक स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता कि दूध विषाक्त था, या नहीं। उपचार के बाद रोशन की हालत अब खतरे से बाहर है।