तीसरे दिन भी कई ब्लाकों में चलती रही मतगणना
जागरण संवाददाता जौनपुर जनपद में पंचायत चुनाव की मतगणना तीसरे दिन मंगलवार तक चलती रही।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : जनपद में पंचायत चुनाव की मतगणना तीसरे दिन मंगलवार तक चलती रही। बदलापुर, महाराजगंज व केराकत ब्लाक में जिला पंचायत सदस्य के परिणाम का पेंच फंसा रहा। जिला निर्वाचन विभाग की तरफ से विजयी जनप्रतिनिधियों को देर शाम तक प्रमाणपत्र दिया गया। वहीं दूसरे दिन जिन जिला पंचायत सदस्य पद का परिणाम जारी हुआ वह सभी शाम को ही कलेक्ट्रेट में प्रमाणपत्र लेने पहुंच गए। अभिलेखों की कमी के कारण विजयी जिला पंचायत सदस्य को प्रमाणपत्र लेने के लिए रातभर इंतजार करना पड़ा, इसको लेकर सभी रात में कलेक्ट्रेट में चबूतरे पर सोते हुए दिखाई दिए।
जिपं वार्ड नंबर 22 के सात गांवों की फिर से हुई मतगणना :-
बदलापुर के सल्तनत बहादुर पीजी कालेज मतगणना स्थल पर मंगलवार को तीसरे दिन जिला पंचायत सदस्य के वार्ड संख्या 22 के सात गांवों की मतगणना फिर से कराई गई। हालांकि मतगणना के बाद अधिकारियों द्वारा यह नहीं बताया गया कि क्या हुआ।
दूसरे दिन मतगणना समाप्त होने पर उक्त वार्ड से चमेला देवी को 3733 व निशा सिंह को 3392 मत मिले थे। मतगणना समाप्त होने पर कुछ गांवों की मतगणना पर्ची गायब होने का आरोप लगाते हुए निशा सिंह के पति मोनू सिंह ने फिर से मतगणना कराए जाने की मांग किया। जि सपर सात गांवों की गणना फिर से हुई। मतगणना के बाद प्रत्याशियों को बगैर कुछ बताए जिम्मेदार जिला मुख्यालय आने की बात कहकर चले गए। इस दौरान एसडीएम के के मिश्र, सीओ चोब सिंह व प्रभारी निरीक्षक पवन उपाध्याय भारी फोर्स के साथ उपस्थित रहे। चुनाव अधिकारी अभिलेखों के साथ जिला मुख्यालय रवाना :-
महराजगंज ब्लाक के जिला पंचायत सदस्य की वार्ड नंबर 28, 29, 30 की मतगणना और चुनाव परिणाम की घोषणा तीसरे दिन भी नहीं हो सकी। ऐसे में चुनाव अधिकारी एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी को जिला मुख्यालय तलब किया गया। सोमवार को मतगणना के दौरान जब जिला पंचायत सदस्य का चुनाव परिणाम घोषित नहीं हुआ तो फिर समर्थकों के हंगामा करने पर जिला निर्वाचन व सहायक निर्वाचन अधिकारी कर्मचारियों के साथ मतगणना स्थल भीमराव अंबेडकर बालिका इंटर कालेज से यह कहते हुए वापस चले गए थे कि चुनाव परिणाम इंटरनेट पर अपलोड कर दिया जाएगा।
दिव्यांग के कंधों पर गांव की सरकार
चंदवक (जौनपुर) : डोभी ब्लाक के एक ऐसे नौजवान के कंधों पर गांव की सरकार चलाने का जिम्मा ग्रामीणों ने दिया है जिसके दोनों पैर पोलियो में जा चुके हैं। नवनिर्वाचित ग्राम पंचायत प्रधान इंद्रसेन सिंह (सोनू) ग्राम पंचायत मड़ार के ऐसे प्रतिनिधि है जिनके इरादे मजबूत है। उन्होंने कहना है कि दोनों पैर नही तो क्या हुआ दोनों हाथ, दोनों आंखे और दिमाग तो है। इनका परिणाम आया तो खुशी में ये उछल पड़े। जीत की खुशी अपनों में बांटने इन्हें दो लोगों ने सहारा देकर मतगणना स्थल से बाहर निकाला।