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दिन में समझौता,रात में युवक पर हमला

केराकत कोतवाली क्षेत्र के खर्गसेनपुर गांव में रविवार की आधी रात गोली चलने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस को युवक घायल मिला। युवक का कहना है कि उसे गोली मारी गई। पुलिस घाव को संदिग्ध मान रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 07:27 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 10:38 PM (IST)
दिन में समझौता,रात में युवक पर हमला
दिन में समझौता,रात में युवक पर हमला

जागरण संवाददाता, थानागद्दी (जौनपुर): केराकत कोतवाली क्षेत्र के खर्गसेनपुर गांव में रविवार की आधी रात गोली चलने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस को युवक घायल मिला। युवक का कहना है कि उसे गोली मारी गई। पुलिस घाव को संदिग्ध मान रही है। सीएचसी से प्राथमिक उपचार के बाद घायल को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। दोपहर बाद पुलिस का मेमो आने पर युवक का एक्स-रे कराया गया। युवक जिन पर गोली मारने का आरोप लगा रहा है उनसे उसका विवाद चल रहा है और रविवार को ही दिन में दो बार पुलिस ने समझौता कराया था।

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उक्त गांव निवासी धर्मेंद्र चौरसिया (30) का पड़ोसी से भूमि संबंधी विवाद चल रहा है। रविवार की दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गई थी। मामला संज्ञान में आने पर पुलिस ने समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद धर्मेंद्र अपनी पान की दुकान पर चला गया। आरोप है कि वह घर लौट रहा था तो पड़ोसियों ने लाठी-डंडे और हाकी लेकर दौड़ा लिया। वह किसी तरह भागकर घर पहुंचा। इसकी सूचना उसने पुलिस को दी। मौके पर फिर आई पुलिस ने समझा-बुझाकर समझौता करा दिया। आधी रात पुलिस को फोन पर गांव में गोली चलने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची धर्मेंद्र चौरसिया घायल अवस्था में मिला। उसका कहना था कि रात बारह बजे वह शौच कर घर में जा रहा था तभी घात लगाए पड़ोसियों ने रंजिश को लेकर उस पर गोली चला दी जो उसकी कमर में लगी। परिवार के लोग आनन-फानन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। घायल युवक का कहना है कि वह हमलावरों में से तीन को पहचानता है। पुलिस का कहना है कि घाव गोली का नहीं लग रहा है। ग्रामीण ने भी गोली चलने की आवाज सुनाई नहीं देने की बात कही है। दोपहर घाव का एक्स-रे कराया गया ताकि यह साफ हो सके कि युवक को गोली लगी है या नहीं। उसका उपचार कर रहे सर्जन डा. एसके यादव ने कहा कि एक्स-रे रिपोर्ट उन्होंने अभी नहीं देखी है। देखने के बाद ही स्पष्ट तौर पर बता सकेंगे कि घाव गोली लगने का है या नहीं।


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