नोडल अधिकारी के निर्देश पर मरीजों को मिला भोजन
जिले के नोडल अधिकारी व सचिव ग्राम्य विकास विभाग के.रविद्र नायक के कड़े तेवर का असर शुक्रवार को दिखा। जिला अस्पताल ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत भर्ती मरीजों को भोजन में खिचड़ी परोसा। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने तक यह व्यवस्था सुबह-शाम जारी रहेगी। सरकार द्वारा अस्पतालों में भर्ती मरीजों को नाश्ता व भोजन देने की व्यवस्था की गई है। व्यवस्था में खामी के चलते अभी तक अधिकांश अस्पतालों में यह व्यवस्था लागू नहीं की गई है।
जासं, जौनपुर: जिले के नोडल अधिकारी व सचिव ग्राम्य विकास विभाग के.रविद्र नायक के कड़े तेवर का असर शुक्रवार को दिखा। जिला अस्पताल प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत भर्ती मरीजों को भोजन में खिचड़ी परोसा। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने तक यह व्यवस्था सुबह-शाम जारी रहेगी।
सरकार द्वारा अस्पतालों में भर्ती मरीजों को नाश्ता व भोजन देने की व्यवस्था की गई है। व्यवस्था में खामी के चलते अभी तक अधिकांश अस्पतालों में यह व्यवस्था लागू नहीं की जा सकी है। जनपद के दौरे पर आये जिले के नोडल अधिकारी ने गुरुवार को जिला अस्पताल में पहुंचकर मरीजों से बातचीत की। जहां पता चला कि उन्हें भोजन नहीं दिया जाता तो वे अधिकारियों पर भड़क गये। उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को नाश्ता व खाना मिलना चाहिए। अगर टेंडर नहीं हुआ है तो महिला अस्पताल में भोजन देने वाली संस्था से ही दिलवाएं। इसकी फोटो खींचकर डीएम उनके पर्सनल वाट्सएप पर भेजें। सीएमएस डा. अनिल कुमार शर्मा ने आदेश के क्रम में पहले दिन सुबह 115 भर्ती मरीजों को भोजन दिया। यह व्यवस्था अनवरत जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि भोजन देने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जब तक कोई संस्था नहीं आती तब तक अस्पताल प्रशासन भोजन देगा। भोजन वितरण में चीफ फार्मासिस्ट आशुतोष पाठक, अजय सिंह, संजय सिंह समेत अस्पताल के कर्मचारी लगे रहे।