एंटीजन किट खत्म, वीटीएम में नमूना लेकर भेजा जा रहा जांच को
कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जनपद में सघन अभियान चलाकर परीक्षण किया जा रहा था। एंटीजन किट से जांच कर त्वरित कोरोना संक्रमितों को चिह्नित कर लिया जा रहा था लेकिन जनपद में किट समाप्त होने से इस अभियान पर ब्रेक लग गया है। वीटीएम में नमूना लेकर बीएचयू व पीजीआइ भेजा रहा है। जहां से आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट आने में एक सप्ताह लग जा रहे हैं। ऐसे में महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है।
जौनपुर: कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जनपद में सघन अभियान चलाकर परीक्षण किया जा रहा था। एंटीजन किट से जांच कर त्वरित कोरोना संक्रमितों को चिह्नित कर लिया जा रहा था, लेकिन जनपद में किट समाप्त होने से इस अभियान पर ब्रेक लग गया है। वीटीएम में नमूना लेकर बीएचयू व पीजीआइ भेजा रहा है। जहां से आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट आने में एक सप्ताह लग जा रहे हैं। ऐसे में महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है।
आरटीपीसीआर पर अत्यधिक लोड व ट्रूनेट से धीमी गति से हो रही जांच के कारण नमूना लेने के पांच से छह दिन में रिपोर्ट मिलती है। विलंब से पहचान होने के कारण कोरोना पॉजिटिव मरीज इधर-उधर घूमकर संपर्क में आने वालों को भी संक्रमित कर देते हैं। सरकार ने इस समस्या के समाधान हेतु एंटीजन किट से जांच की व्यवस्था किया। जनपद में 16 जुलाई को किट से जांच शुरू हुई। कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने वालों व लक्षण वाले करीब 25 हजार लोगों की किट से जांच की गई। जिले 25 दिन चले अभियान का असर रहा कि अधिक से अधिक संक्रमित मरीज चिह्नित कर कोविड अस्पतालों व होम आइसोलेशन में रखे गए। जनपद में उपलब्धता न होने के कारण एंटीजन किट से जांच पर ब्रेक लग गया है। सूत्रों के अनुसार किट लेने लखनऊ गए वाहक को सिर्फ तीन हजार वीटीएम देकर वापस कर दिया गया। कहा गया कि अभी स्टाक नहीं है। उपलब्धता होने पर आपूर्ति की जाएगी।
जनपद में कोरोना जांच का आंकड़ा
जांच के लिए लिए गए कुल नमूने: 53659
अब तक हुए नमूनों की जांच: 50499
जांच के लिए बचे कुल नमूने: 3107
जनपद में मिले कोरोना पाजिटिव: 2750
बोले जिम्मेदार..
कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने वालों व लक्षण वाले मरीजों की पहचान हेतु एंटीजन किट का उपयोग किया जाता है। किट की डिमांड भेजी गई है। उम्मीद है कि दो-तीन दिन में उपलब्धता हो जाएगी। इमरजेंसी के लिए 350 किट सेंट्रल स्टोर के स्टाक में रखा गया है।
-डॉ. राकेश कुमार, सीएमओ।