अंगद ने किया रावण के योद्धाओं का मान मर्दन
जमालपुर (मदारपुर) गांव में मंगलवार की रात आदर्श र
जागरण संवाददाता, सिकरारा (जौनपुर) : जमालपुर (मदारपुर) गांव में मंगलवार की रात आदर्श रामलीला समिति की तरफ से सात दिवसीय रामलीला मंचन में अंगद-रावण संवाद सुनकर दर्शक रोमांचित हो गए। लंका में रावण दरबार में बालि पुत्र युवराज अंगद ने रावण के योद्धाओं का मान मर्दन किया।
संवाद के दौरान अंगद ने रावण दरबार में अपना एक पैर टिका दिया और चुनौती दी कि अगर किसी भी राक्षस वीर ने मेरा पैर इस स्थान से हिला दिया, तो प्रभु श्रीराम स्वयं हार मानकर चले जाएंगे। रावण दरबार के एक से एक बलशाली योद्धाओं ने अपनी पूरी ताकत लगा दी, परंतु कोई भी अंगद का पैर नहीं डिगा सका। अपने ही दरबार में अपने सभी योद्धाओं को परास्त होता देख अंतत: रावण स्वयं अंगद का पैर डिगाने के लिए आया। रावण को पास आते ही अंगद ने अपना पैर वापस हटाते हुए कहा, हे रावण दूत के पैर न पकड़, पैर पकड़ना ही है तो प्रभु श्रीराम का पकड़ो। क्योंकि वह ही तेरे अपराध को क्षमा कर सकते हैं। अंगद की बातों से रावण आग बबूला होकर अंगद से बोला किसी भी हाल में सीता को वापस नहीं करूंगा। बोला, जाकर तपस्वियों से कह दो मैं युद्ध के लिए तैयार हूं। रामदल में जाकर अंगद ने रावण दरबार की सारी बातें प्रभु श्रीराम से बताई तो उन्होंने भाई लक्ष्मण, हनुमान व सुग्रीव की वानर सेना लेकर लंका पर चढ़ाई कर दी। मंचन में लक्ष्मण शक्ति, कुंभकर्ण व मेघनाद वध तक का ²श्य देखने के लिए दर्शक देररात तक अपने स्थान पर डटे रहे। राम का अभिनय आशुतोष यादव, लक्ष्मण का अभिनय शिवा यादव, रावण का लालजी यादव, अंगद का राजेश यादव, हनुमान का जय प्रकाश यादव ने किया। ़खानापट्टी गांव के रामलीला समिति के प्रबंधक प्रधान के पति विनय सिंह ने फीता काटकर उद्घाटन किया। मंच पर प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में गांव के पांच मेधावियों को सम्मानित किया गया। रामलीला समिति के अध्यक्ष लालजी यादव, संरक्षक राजकुमार यादव, प्रबंधक परमशिला यादव, डायरेक्टर जय प्रकाश यादव, जयसिंह यादव, रामकृष्ण यादव ने समारोह में अतिथियों को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर पत्रकार राम दयाल द्विवेदी, शरद सिंह, सुशील सिंह, ब्यास सिंह, सूर्य प्रताप सिंह बंटी आदि प्रमुख रहे।