अस्पताल से स्वस्थ होकर 51 लौटे घर, 55 की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
जनपद में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। हालांकि राहत की बात यह है कि पाजिटिव मरीजों की तुलना में स्वस्थ होने वालों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को अस्पताल से स्वस्थ होकर 51 मरीज जहां हंसी-खुशी घर लौटे वहीं 55 और लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। पीड़ितों में दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता उनकी पत्नी व पुत्र भी शामिल हैं।
जौनपुर: जनपद में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। हालांकि राहत की बात यह है कि पाजिटिव मरीजों की तुलना में स्वस्थ होने वालों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को अस्पताल से स्वस्थ होकर 51 मरीज जहां हंसी-खुशी घर लौटे वहीं 55 और लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। पीड़ितों में दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता, उनकी पत्नी व पुत्र भी शामिल हैं। जनपद में पीड़ितों का आंकड़ा बढ़कर 2805 हो गया है। हालांकि इनमें सिर्फ 986 सक्रिय मरीज हैं जबकि 1784 स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। जिले भर में कैंप लगाकर 1665 लोगों का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया।
दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता, उनकी पत्नी व पुत्र की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आयी है। इसके पूर्व सात अन्य अधिवक्ताओं तथा कुछ कर्मचारियों की रिपोर्ट पाजिटिव आ चुकी है। अधिवक्ताओं ने न्यायालय बंद करने के लिए भी दरखास्त दिया लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। सिरकोनी विकास खंड के नेहरू नगर स्वास्थ्य केंद्र की टीम ने डाक्टर बैजा के नेतृत्व में नाथूपुर के ठाकुर बस्ती में स्वास्थ्य कैंप लगाया गया। यहां 18 लोगों की जांच हुई, पांच पाजिटिव मिले। वहीं अहमदपुर गांव से 14 लोगों की जांच में एक पाजिटिव है। स्वास्थ्य विभाग ने बरसठी में 187 लोगों का परीक्षण किया, जांच में पांच लोग पाजिटिव मिले हैं। परीक्षण में गनेशपुर गांव के एक ही परिवार के तीन लोग तथा स्वास्थ्य विभाग के टेक्नीशियन सहित बरसठी थाने का एक होमगार्ड सहित कुल पांच लोग पाजिटिव पाए गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. अजय सिंह ने बताया कि सभी पाजिटिव को होम कोरंटाइन किया गया है।
मृतक के परिजनों से दस हजार रुपये लेने का आरोप
जौनपुर: कोतवाली क्षेत्र के सिपाही निवासी एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से एल-2 अस्पताल में दो दिन पूर्व मौत हो गई। उनकी पत्नी की बहन पेशे से अधिवक्ता श्रीवास्तव का आरोप है कि स्वास्थ्य कर्मियों की घोर उपेक्षा व लापरवाही से उनके बहनोई की मौत हुई। स्वास्थ्य कर्मी शव को एंबुलेंस से लेकर रामघाट पहुंचे। परिवारवालों को फोन कर बुलाया गया। दाह संस्कार के लिए रुपये मांगे गये। रुपये न देने की स्थिति में दाह संस्कार से इन्कार कर दिया गया। आरोप है कि परिजनों ने दस हजार स्वास्थ्य कर्मियों को दिया तब जाकर दाह संस्कार किये। उधर, उनकी पत्नी भी कोरोना से संक्रमित हैं। स्थिति गंभीर होने पर जब डिप्टी सीएमओ से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मरीज को जिला चिकित्सालय भेज दें। किसी प्रकार उन्हें जिला चिकित्सालय भेजा गया। अब वह हौज गांव स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं।