पुलिस की प्रभावी पैरवी से 27 आरोपितों को मिली सजा
पुलिस का काम सिर्फ अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजना नहीं बल्कि अदालत में प्रभावी पैरवी कर उन्हें सजा दिलाना भी है। पुलिस के कोर्ट मॉनीटरिग सेल की प्रभावी पैरवी से दो दशक से भी अधिक समय से लंबित सभी 27 मुकदमों में आरोपितों को दोषसिद्ध करार देते हुए मार्च महीने में सजा सुनाई गई। पुलिस का दावा है कि इससे अपराधियों में भय का माहौल बनेगा।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: पुलिस का काम सिर्फ अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजना नहीं बल्कि अदालत में प्रभावी पैरवी कर उन्हें सजा दिलाना भी है। पुलिस के कोर्ट मॉनीटरिग सेल की प्रभावी पैरवी से दो दशक से भी अधिक समय से लंबित सभी 27 मुकदमों में आरोपितों को दोषसिद्ध करार देते हुए मार्च महीने में सजा सुनाई गई। पुलिस का दावा है कि इससे अपराधियों में भय का माहौल बनेगा।
एसपी आशीष तिवारी ने कहा अपराधी को सजा दिलाने के लिये थानों पर तैनात पैरोकार तथा न्यायालयों में तैनात कोर्ट मोहर्रिर अहम कड़ी होते हैं। इसके लिए पैरोकारों को उनके कर्तव्यों का बोध कराना तथा उनका उत्साहवर्धन करना आवश्यक है। न्यायालयों में ट्रायल पर चल रहे ऐसे मुकदमे जो नतीजे के करीब हैं, उनमें अपराधियों को सजा दिलाने के लिए कोर्ट मॉनीटरिग सेल का पूर्व में ही गठन किया जा चुका है। अब उस सेल के प्रभावी क्रियान्वन तथा फीडबैक से मुकदमों से संबधित गवाहान व माल मुकदमाती समय सीमा के अंदर कोर्ट में प्रस्तुत होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि आरोपितों को सजा कराने को हर थाने के पैरोकारों को गंभीर अपराध के मुकदमों का टास्क दिया गया है। सजा दिलाने में कामयाब होता होने वाले पैरोकारों को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिसके परिणाम आने शुरु हो गए हैं। जिले में वर्ष 1998 से ट्रायल पर रहे 27 मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर सभी 27 अभियुक्तों को सजा दिलाई गई है। गैंगेस्टर एक्ट के चिह्नित मामलों में भी 52 मुकदमों में आरोपित सजा के करीब हैं। इसी क्रम में चिह्नित 37 फर्जी जमानतदारों को भी सजा दिलाने के लिए प्रभावी पैरवी की जा रही है।