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जिले में 2295 अभ्यर्थियों ने छोड़ी बीएड प्रवेश परीक्षा

जनपद के 56 केंद्रों पर रविवार को बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा दो पालियों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। इस दौरान पंजीकृत 23400 परीक्षार्थियों में 2295 अनुपस्थित रहे। आदेश-निर्देश के बावजूद कुछ केंद्रों पर वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के समुचित उपाय नहीं किए गए थे। अभ्यर्थियों ने शारीरिक दूरी के अनुपालन की जमकर धज्जियां उड़ाई। संक्रमण को लेकर परीक्षा ड्यूटी करने वाले सहमे नजर आए। हालांकि ज्यादातर केंद्रों पर परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिग व हाथ सैनिटाइज कराने के बाद ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Aug 2020 09:31 PM (IST)Updated: Sun, 09 Aug 2020 09:31 PM (IST)
जिले में 2295 अभ्यर्थियों ने छोड़ी बीएड प्रवेश परीक्षा
जिले में 2295 अभ्यर्थियों ने छोड़ी बीएड प्रवेश परीक्षा

मल्हनी (जौनपुर): जनपद के 56 केंद्रों पर रविवार को बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा दो पालियों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। इस दौरान पंजीकृत 23,400 परीक्षार्थियों में 2295 अनुपस्थित रहे। आदेश-निर्देश के बावजूद कुछ केंद्रों पर वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के समुचित उपाय नहीं किए गए थे। अभ्यर्थियों ने शारीरिक दूरी के अनुपालन की जमकर धज्जियां उड़ाई। संक्रमण को लेकर परीक्षा ड्यूटी करने वाले सहमे नजर आए। हालांकि ज्यादातर केंद्रों पर परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिग व हाथ सैनिटाइज कराने के बाद ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया।

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पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर व मऊ जनपद में कुल 149 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। जहां पर 53 हजार 940 अभ्यर्थी को परीक्षा में शामिल होना था। वहीं जौनपुर में बने 56 केंद्रों पर 23,400 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। जिसमें 2295 ने परीक्षा छोड़ दी। निर्धारित परीक्षा केंद्रों के आस-पास अभ्यर्थियों के पहुंचने का सिलसिला शनिवार से ही शुरू हो गया था। पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में पांच केंद्र बनाए गए और यहां करीब दो हजार अभ्यर्थियों को शामिल होना था। दोनों पालियों की परीक्षा में सिर्फ 51 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ी है। नोडल अधिकारी पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल ने बारी-बारी कैंपस के सभी केंद्रों का निरीक्षण किया। बीएड नोडल कोआर्डिनेटर सहकारी पीजी कालेज मिहरावां के प्राचार्य मेजर एसपी सिंह कलेक्ट्रेट में बने कंट्रोल रूम से लखनऊ की टीम के साथ पूरे जिले के परीक्षा केंद्रों पर नजर रखे हुए थे। विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार पर सैकड़ों अभ्यर्थी एक-दूसरे के संपर्क में आए। उनके बीच दूरी नहीं थी। जिम्मेदारों के आगाह करने और एहतियात बरतने के संदेश के बावजूद परीक्षार्थियों के परिजन व परीक्षार्थी बेपरवाह रहे। सल्तनत बहादुर इंटर व पीजी कालेज में हुई परीक्षा में 123 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा में कोरोना से बचाव की दृष्टि से एक कमरे में 25 बच्चों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। पीजी कालेज के प्राचार्य डा. बृजेंद्र सिंह ने बताया कि प्रथम पाली में 500 के सापेक्ष 61 तो दूसरी पाली में 62 छात्र अनुपस्थित रहे। इसी तरह इंटर कालेज के प्रधानाचार्य बेचन सिंह ने बताया कि पांच सौ के सापेक्ष 61 बच्चों ने परीक्षा छोड़ दी है।

दुकानों के बंद होने से परीक्षार्थियों व अभिभावकों को हुई दिक्कत

कोरोना संक्रमण को लेकर शनिवार व रविवार को शासन द्वारा बंदी के चलते जिले में खान-पान की दुकानें बंद रहीं। इस दौरान परीक्षार्थियों के साथ उनके अभिभावकों को भी काफी दिक्कत उठानी पड़ी। लोगों को पानी के लिए भी इधर-उधर भटकना पड़ा। काफी लोग भूख-प्यास से तड़पते रहे।


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