157 जोड़े बने जीवनसाथी
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत तीन ब्लाकों में शनिवार को सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। इस दौरान 157 जोड़े एक-दूसरे के हुए। इन्होंने संग जीवन जीने का संकल्प लिया। एक साथ हुए विवाह में पंडितों ने जहां विवाह का मंत्र पढ़ा तो मौलवियों ने दुआ पढ़कर निकाह कराया। कार्यक्रम में बकायदा इन सभी जोड़ों को गृहस्थ जीवन शुरु करने के लिए सामग्री दिए गए।
जागरण संवाददाता जौनपुर : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत तीन ब्लाकों में शनिवार को सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। इस दौरान 157 जोड़े एक-दूसरे के हुए। इन्होंने संग जीवन जीने का संकल्प लिया। एक साथ हुए विवाह में पंडितों ने जहां विवाह का मंत्र पढ़ा तो मौलवियों ने निकाह कराया। कार्यक्रम में बकायदा इन सभी जोड़ों को गृहस्थ जीवन शुरू करने के लिए सामग्री दिए गए।
करंजाकला में 121 जोड़ों का सामूहिक विवाह होना था। जिसमें से नौ के न पहुंचने पर 112 जोड़ों का सामूहिक विवाह हुआ। इसमें सबसे अधिक जिला पंचायत के 49 जोड़ों का विवाह हुआ। इसमें दो मुस्लिम है। करंजाकला के नौ, धर्मापुर के दो, शाहगंज के 19, खुटहन के 27 जोड़ों का विवाह हुआ। समारोह में ढोल बाजे के साथ रजाई, गद्दा आदि की व्यवस्था की गई। पूजा की थाली भी तैयार की गई थी। संचालन चंद्रशेखर गुप्ता ने किया। इसमें प्रत्येक जोड़े को 20 हजार रुपये का चेक व 10 हजार रुपये कीमत का कपड़ा, बर्तन दिया गया। इसके अलावा अन्य खर्च भी दिया गया, बारात को भोज भी कराया गया।
केराकत के ब्लाक कार्यालय परिसर में 24 जोड़ों का विवाह कराया गया। मुफ्तीगंज ब्लाक के चार, डोभी एवं केराकत के 10-10 जोड़ों का विवाह हुआ। उपजिलाधिकारी चंद्रेश कुमार ¨सह की देखरेख में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच 24 ¨हदू जोड़ों ने अग्नि के फेरे लिए और दांपत्य सूत्र के बंधन में बंध गए। मुख्य अतिथि विधायक दिनेश चौधरी ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि ब्लाक प्रमुख सरिता ¨सह, पूर्व ब्लाक प्रमुख गोपाल ¨सह, बीडीओ रामदरश चौधरी आदि मौजूद रहे।
महाराजगंज ब्लाक परिसर में 21 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। कन्या के माता-पिता ने एक दूसरे को आशीर्वाद दिया। बीडीओ महराजगंज सतीश चंद्र पांडे व बीडीओ बदलापुर, खुटहन रमाशंकर ¨सह ने सभी के सफल जीवन की कामना की। सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण मनोरमा ¨सह ने सभी जोड़ों को अटैची, बिछिया, पायल व सुहाग के सामान दिए।