नौकरी दिलाने के नाम पर 1.25 करोड़ की ठगी करने वाला गिरफ्तार
गांव के भोले-भाले युवाओं को रेलवे व बैंक में नौकरी दिलाने का झांसा देकर रुपये ऐंठने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने गुरुवार को मुखबिर से मिली सूचना के बाद गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज था जिसमें एक की गिरफ्तारी पूर्व में जा चुकी है। गैंग लीडर सहित छह आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
केराकत (जौनपुर): गांव के भोले-भाले युवाओं को रेलवे व बैंक में नौकरी दिलाने का झांसा देकर रुपये ऐंठने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने गुरुवार को मुखबिर से मिली सूचना के बाद गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज था, जिसमें एक की गिरफ्तारी पूर्व में जा चुकी है। गैंग लीडर सहित छह आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
नरहन चकरारेत निवासी दरोगा लाल चौधरी व अन्य ने गतवर्ष नवंबर माह में मध्य प्रदेश के सतना, रीवां व प्रयागराज के गैंग लीडर पूजा चौधरी, संध्या चौधरी, रतना देवी, उषा ताम्रकार, अमित कुमार ताम्रकार, पुरुषोत्तम ताम्रकार, राकेश कुमार व कमलेश तिवारी के खिलाफ 40 लोगों से नौकरी के नाम 1 करोड़ 25 लाख 69 हजार रुपये ठगे जाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपितों ने सभी को नौकरी के नाम पर फर्जी ज्वाइनिग लेटर भी दे दिया था। जब यह लोग अपना पैसा मांगने गए तो आरोपितों ने जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में पुलिस पहले ही एक आरोपित रतना देवी को गिरफ्तार कर चुकी है। दोपहर में मुखबिर की सूचना पर सिहौली चौराहे से पुलिस ने क्राइम ब्रांच की मदद से इस मामले में वांछित कमलेश कुमार तिवारी निवासी नेहरू नगर जिला रीवा मध्य प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस अभी तक गैंग लीडर तक नहीं पहुंच चुकी है।