खतरे के निशान से सवा चार मीटर ऊपर पहुंची यमुना, हालात बेकाबू
संवाद सहयोगी कालपी बाढ प्रभावित यमुना पट्टी के गांवो मे राहत कार्यो का जिलाधिकारी डामन्नान अख्तर ने औचक निरीक्षणकिया जिसमे उन्होने लोगो से लंच पैकेट व दवाइयो के वितरण के बारे मे पूछा गुरूवार को डी एम मन्नान अख्तर एस डी एम भैरपाल सिह व
संवाद सहयोगी, कालपी : यमुना नदी का रौद्र रूप बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार को यमुना खतरे के निशान 108 मीटर से सवा चार मीटर ऊपर बहने लगी। नगर के रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। मोहल्ले टापू नजर आने लगे हैं। घरों में पानी घुसने से लोग गृहस्थी समेट परिवार के साथ सुरक्षित स्थान की तलाश में जुट गए हैं। कई लोगों ने परिचितों व नाते-रिश्तेदारों के यहां शरण ले ली है। रास्तों में पानी भरने से आवागमन की परेशानी खड़ी हो गई है। तरीबुल्दा व राजघाट मोहल्ले का बुरा हाल हो गया है। कांशीराम कॉलोनी तक पानी पहुंच गया। रामगंज मोहल्ले में लोग सामान व परिवार के साथ सड़क पर शरण लिए हैं। चारों तरफ नाव से हो रहा आवागमन
शहर व गांव में नाव से आवागमन हो रहा है। केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि सुबह आठ बजे से यमुना का जलस्तर 112.26 मीटर पर स्थिर है। शाम तक यमुना का जलस्तर बढ़ने या घटने की सूचना प्राप्त होगी। लोगों ने पचपिडा मंदिर व छंगे आश्रम में शरण ली है। कुछ लोग घरों की छत पर जीवन गुजार रहे हैं। पैदल चलना भी हुआ दूभर
इधर, नगर में पचपिडा देवी रोड पर बाढ़ के पानी का स्तर बढ़ने से लोग पैदल नहीं निकल पा रहे हैं। मोहल्ले के घरों में काफी ऊंचाई तक पानी भर गया है। इससे लोगो का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कांशीराम कॉलोनी में भी बाढ़ का पानी बढ़ने से लोगों को परेशानी हो रही है। आलमपुर में नाले किनारे की बस्ती में भी पानी पहुंचने से लोग परेशान हैं। छंगे आश्रम के पास भी लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया है। राजघाट मोहल्ला चारों ओर से पानी से घिर गया है। लोगों ने बढ़ते जलस्तर को देख पंचपिडा देवी रोड पर भी नाव की मांग की है। पुल की कोठियों के खंभे डूबे
यमुना पुल पर भी कोठियों के खंभे लगभग डूब चुके हैं। पुल से बाढ़ का पानी नजदीक दिखाई देने लगा है। तरीबुल्दा मोहल्ले में भी पानी बढ़ने से लोग दुश्वारियां झेल रहे हैं। डीएम ने की अपील, पानी से दूर रहें लोग
डीएम डॉ. मन्नान अख्तर ने लोगों से अपील की है कि स्वयं और अपने घरवालों को बाढ़ के पानी, नदी नालों व बंधों के आसपास न जाने दें और सतर्क रहें। देर शाम एसपी डॉ. सतीश कुमार ने यमुना ब्रिज पर पुलिस लगा दी गई है। बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद डीएम व एसपी ने नाविकों से कहा, सवारी कम बैठाएं व सावधानी से नाव चलाएं। हीरापुर व गुढ़ाखास में केवल नाव बची सहारा
हीरापुर व गुढ़ाखास में लोगों को गांव में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। लोग छतों पर डेरा डाले हैं। व्यास मंदिर में भी पानी पहुंच चुका है। मदारपुर गांव टापू बना हुआ है। नाव से ही लोग तहसील मुख्यालय पहुंच रहे हैं। यमुना पट्टी के देवकली, हीरापुर, कीरतपुर, गुढ़ाखास, शेखपुर गुढ़ा, मंगरौल, पड़री, नरहान, गुलौली, रायढ़, दिवारा जगराई का डेरा, सिरौली आदि गांव बाढ़ के पानी से तीन ओर से घिर चुके हैं। गुलौली गांव में लोग अपने घरों का सामान निकालकर सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। गांवों में सैकड़ों घरों में पानी काफी ऊपर तक भर गया है। शाम ढलते ही छा जाता अंधेरा
बाढ़ प्रभावित यमुना पट्टी के गांवों की बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई है। शाम ढलते ही अंधेरा छा जाता है। लोग रातभर जागकर जलस्तर देखते रहते हैं। लोगों के मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पा रहे हैं। एसडीएम भैरपाल सिंह ने बताया कि पीड़ितों के लिए मेडिकल टीम के जरिए दवा, लंच पैकेट बिस्किट आदि भी बांटे जा रहे हैं। मां वनखंडी देवी सेवादल पहुंचा राहत सामग्री लेकर
मां वनखंडी देवी सेवादल के सदस्य नाव द्वारा देवकली, गुढ़ा आदि गांव पहुंचे। मंदिर के महंत जमुनादास महाराज ने प्रभावितों को लंच पैकेट लइया चना व त्रिपाल दिए। इस दौरान सौरभ गुप्ता, धर्मेंद्र सिंह, बृजेंद्र सिंह व दिग्विजय प्रताप भी मौजूद रहे। इधर, भाजपा नेता राघवेंद्र प्रताप सिंह, नगर मंत्री अमरदीप पांडेय, सुबोध द्विवेदी आदि ने मंगरौल, देवकली, हीरापुर, पड़री, गुढ़ा आदि गांवों का दौराकर हालात देखे।