ऊपर से जब कम खाद्यान्न मिलता तो कार्ड धारक को कहां से पूरा दें
संवाद सहयोगी कोंच जब गेहूं चावल चीनी उन्हें ही कम दिया जाता है तो वह राशनकार्ड धारक
संवाद सहयोगी, कोंच : जब गेहूं चावल चीनी उन्हें ही कम दिया जाता है तो वह राशनकार्ड धारक को पूरी तौल का खाद्यान्न कैसे बांट सकते हैं। ऊपर से दुकान पर खाद्यान्न लाने का खर्चा भी उन्हें ही देना पड़ रहा है। यह बात ग्राम जुझारपुरा के कोटेदार ने पंचायत सचिव से उस समय कही जब वह कार्ड धारक की कम खाद्यान्न मिलने की शिकायत को लेकर कोटेदार के पास गए थे।
अब सचिव ने विकास खंड की ग्राम पंचायत जुझारपुरा के सचिव अभिषेक यादव गांव में गए हुए थे वहां पर उनके पास एक कार्डधारक लाभार्थी रामवती आई और उसने अपनी शिकायत करते हुए कहा कि गांव का कोटेदार उसे हर महीने 1.5 से 2 किलो तक खाद्यान्न कम तौलता है। शिकायत करने वाली महिला की बात सुनकर सचिव ने जब कोटेदार से मिला खाद्यान्न तौला तो वह 20 किलो के सापेक्ष 18 किलो 40 ग्राम ही निकला। 1.600 ग्राम की घटतौली कोटेदार के द्वारा की गई थी। इस संबंध में जब सचिव ने जब कोटेदार से बात की तो उसका जवाब था कि जब उसे हर बोरी में खाद्यान्न कम मिलता ऊपर से गोदाम से गांव तक लाने में उसे अपने जेब से भाड़ा चुकाना पड़ता है। ऐसे में वह पूरी तौल कहां से दे सकता है। इसमें जो खर्च हो रहा है व कार्ड धारक से ही तो निकालेगा। सचिव और कोटेदार की यह बात गांव के कई लोगों ने सुनी और उसका वीडियो भी बनाया। बाद में सचिव ने पूर्ति निरीक्षक को शिकायती पत्र लिखकर कोटेदार के विरुद्ध कार्रवाई करने और कार्ड धारकों को पूरा खाद्यान्न दिलाने को कहा।