जुर्माना बढ़ने के बाद भी यातायात नियमों का उल्लंघन जारी
जागरण संवाददाता उरई बढ़ते हादसों की मुख्य वजह यातायात नियमों के पालन में लापरवाही है वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन करने को विवश हों इसके लिए जुर्माना में भी बढ़ोतरी कर दी गई। ऑनलाइन चालन की व्यवस्था से सिफारिश की गुंजाइश भी कम हुई है लेकिन इसके बावजूद ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की संख्या कम नहीं हुई है। नौ माह में करीब छह हजार अधिक वाहन चालकों ने यातायात नियमों का उल्लंघन किया है।
जागरण संवाददाता, उरई : बढ़ते हादसों की मुख्य वजह यातायात नियमों के पालन में लापरवाही है, वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन करने को विवश हों इसके लिए जुर्माना में भी बढ़ोतरी कर दी गई। ऑनलाइन चालन की व्यवस्था से सिफारिश की गुंजाइश भी कम हुई है, लेकिन इसके बावजूद ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की संख्या कम नहीं हुई है। नौ माह में करीब छह हजार अधिक वाहन चालकों ने यातायात नियमों का उल्लंघन किया है।
यातायात नियमों का पालन करने के लिए लगातार लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। जागरूकता के साथ चेतावनी देने के बाद भी वाहन चालक ट्रैफिक नियम का पालन नहीं कर रहे है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छह माह के भीतर नौ हजार वाहन चालकों के खिलाफ एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई. साथ ही उनसे करीब 19 लाख रुपए समन शुल्क वसूल किया गया है। 90 फीसदी ई-चालान किए गए हैं वहीं चेतावनी के बाद भी ट्रैफिक नियम का पालन नहीं करने वाले 110 वाहन चालकों को कोर्ट भेजा गया था। हादसों में इजाफा हुआ :
यातायात नियमों के पालन में लापरवाही की वजह से ही हादसे बढ़ रहे हैं। छह माह के भीतर जिले में 278 सड़क हादसे हो चुके हैं। जिनमें 124 लोगों की मौत हो गई। हादसों में 242 लोग घायल हुए हैं। वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन किया जाता तो हादसों के आंकड़े इतने भयावह नहीं होते। सख्ती की जरूरत
सीओ ट्रैफिक संतोष कुमार का कहना है कि हादसों से बचने के लिए लोगों को खुद भी यातायात नियमों के पालन को लेकर गंभीर होने की जरूरत है। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर वाहन दौड़ाने वालों पर और सख्त कार्रवाई की जाएगी।