पक्की सड़क बनने की आज भी आस लगाए ग्रामीण
संवाद सहयोगी माधौगढ़ पगडंडी के साथ कच्चा रास्ता और घने जंगल से ग्राम कुरतला व सिकाऊ तक
संवाद सहयोगी, माधौगढ़ : पगडंडी के साथ कच्चा रास्ता और घने जंगल से ग्राम कुरतला व सिकाऊ तक पहुंचना हर किसी के लिए मुसीबत भरा सफर रहता है। आजादी के बाद से अब तक इन गांवों के लिए कोई पक्की सड़क नहीं बनी है। जिससे बरसात के मौसम में इन गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट सा जाता है।
आजादी के सात दशक बाद भी क्षेत्र के कई गांव अभी भी विकास से अछूते है। गांव में कई जनप्रतिनिधि चुनाव के समय आते हैं और विकास कराने का लालीपाप देकर चले जाते हैं। जीत के बाद वह इन गांव का नाम भूल जाते हैं। तहसील क्षेत्र के ग्राम गोपालपुरा का मजरा कुरतला व सिकाऊ जाने के लिए रास्ता एकदम पगडंडी व जंगल होते हुए जाता है। लेकिन आज तक पक्की सड़क नहीं बनी है। जिससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के मौसम में गांव पहुंचना मुश्किल होता है। बारिश के दिनों में गांव में एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती है। मरीजों को खाट पर लाद कर गोपालपुरा तक लाना पड़ता है। ग्रामीणों ने इसके लिए विधायक, सांसद के साथ मुख्यमंत्री से भी गुहार लगाई है लेकिन सड़का नहीं बनी। ग्रामीणों की बात :
इसी कच्चे रास्ते से नेता, अधिकारी कर्मचारी सभी आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन किसी ने भी पगडंडी को पक्का रास्ता बनाने की पहल नहीं की। बारिश के दिनों में सड़क से निकलना दूभर हो जाता है।
हरनाम सिंह विधानसभा चुनाव आते ही नेता वोट मांगने के लिए आने लगे है। नेता ग्रामीणों से वादा कर रहे है कि चुनाव जीतते ही सड़क बनवा दी जाएगी। लेकिन लंबे समय से सभी प्रत्याशी ग्रामीणों से सड़क बनाने का वादा कर वोट लेकर चले जाते है लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई भी गांव नहीं आता है।
देवेंद्र पाल जिम्मेदार बोले
पक्की सड़क के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर भेजा जाएगा। जिससे समस्या का समाधान हो सके। चुनाव के बाद ही सड़क बनाने का प्रस्ताव बन सकता है।
प्रेमनारायण प्रजापति, तहसीलदार