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यूपी कॉप एप बेअसर, थानों में अपडेट नहीं हो रहे रिकॉर्ड

जागरण संवाददाता उरई कानपुर-झांसी नेशनल हाईवे पर कस्बा एट में झांसी की तरफ से आ रहे ट्रक ने बाइक में टक्कर मार दी। बाइक चला रहे युवक व साथ में बैठे उसके चाचा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि बहन गंभीर रूप से घायल हो गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Oct 2019 05:19 PM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 06:02 AM (IST)
यूपी कॉप एप बेअसर, थानों में अपडेट नहीं हो रहे रिकॉर्ड
यूपी कॉप एप बेअसर, थानों में अपडेट नहीं हो रहे रिकॉर्ड

जागरण संवाददाता, उरई : मोबाइल फोन में थाना थीम पर यूपी पुलिस की ओर से संचालित यूपी कॉप एप बेअसर साबित हो रहा है। ऑनलाइन एफआइआर से लेकर गुमशुदगी, हादसों एवं पुलिस से संबंधित अन्य कार्रवाई ऑनलाइन सुविधा पंजीकृत कराने का विकल्प दिया गया है। आम लोगों के लिए यूपी कॉप एप किस तरह सहायक है, इसको लेकर बकायदा पुलिस विभाग द्वारा जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। हालांकि चिराग तले अंधेरे कहावत चरितार्थ हो रही है। वजह, थानों में रिकॉर्ड अपडेट नहीं हो रहे हैं। इसकी वजह से एप के माध्यम से भी डाटा प्राप्त नहीं हो पा रहा है।

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पिछले महीने तक उरई कोतवाली एफआइआर को अपडेट करने में सबसे आगे रही। मुकदमा पंजीकृत होने के साथ ही उसे सीसीटीएनएस के माध्यम से अपडेट कर दिया जाता था। यूपी कॉप एप से बड़ी ही आसानी से लोग एफआइआर की कॉपी निकाल सकते थे। इस सुविधा से सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि लोगों को थाने नहीं जाना पड़ता।

बीस दिनों से नहीं हुआ अपडेट

करीब बीस दिनों से उरई कोतवाली में भी पंजीकृत मुकदमों की कॉपी यूपी कॉप एप से नहीं मिल पा रही है। इससे साफ होता है कि एफआइआर ऑनलाइन अपडेट नहीं हो रही है। थाना माधौगढ़, रामपुरा, रेंढ़र, कुठौंद व कालपी की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। इन थानों से जुड़ा कोई भी डाटा यूपी कॉप एप के माध्यम से प्राप्त नहीं होगा।

रेंढ़र में त्रिनेत्र पर ही संकट

थाना रेंढ़र में तो त्रिनेत्र एप को बेहतर तरीके से संचालित नहीं किया जा रहा है। त्रिनेत्र एप पर अपराधियों का डाटा अपलोड नहीं होने की वजह यह बताई जाती है कि एप चलाने के लिए मिला सिम यहां काम नहीं कर रहा है। जबकि एफआइआर ऑनलाइन न होने की वजह थानों में इंटरनेट सुविधा ठीक न होना बताई जा रही है। प्रयास किया जाएगा कि ऑनलाइन सुविधा बेहतर तरीके से संचालित हो। अगर डेटा अपडेट करने में किसी थाने में बेपरवाही हो रही है तो जांच कराकर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. सतीश कुमार, पुलिस अधीक्षक


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