चौबीस घंटे तीन टीमों की ड्यूटी और ओवरलो¨डग जारी
संवाद सहयोगी, कालपी : मौरंग घाटों पर अवैध खनन और ओवरलो¨डग रोकने को लेकर दावे हजार
संवाद सहयोगी, कालपी : मौरंग घाटों पर अवैध खनन और ओवरलो¨डग रोकने को लेकर दावे हजार हैं। एक तरफ जिलाधिकारी के निर्देश पर तीन टीमों का गठन कर चौबीस घंटे की ड्यूटी लगाई जाती है तो दूसरी तरफ मातहत ही निर्देशों को पलीता लगा रहे हैं। यही वजह है कि रात ढलते ही बेधड़क ओवरलोडेड ट्रक और डंपर फर्राटा भरते हैं। मानक से कई गुना मौरंग लादकर घाट से निकलने वाले वाहन सड़कों को छलनी कर रहे हैं। जिससे ड्यूटी करने वाली टीम पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
आलाधिकारियों की लाख कोशिशों के बावजूद ओवरलो¨डग पर लगाम लगती नहीं दिख रही है। झांसी-कानपुर हाईवे जगह-जगह जर्जर होता जा रहा है। ओवरलोडेड वाहनों की बानगी कदौरा, कालपी से कानपुर की ओर जा रहे मौरंग के वाहन दे रहे हैं। प्रथम दृश्य - तहसील क्षेत्र के कदौरा क्षेत्र में यदि खदानों के मार्ग पर नजर दौड़ाई जाए तो यहां पर चौबीस घंटे मौरंग के ओवरलोडेड ट्रकों की लाइन लगती है। लंबी कतार में खड़े ट्रकों में ऊपर तक मौरंग भरी स्पष्ट दिखाई देती है। दृश्य दो - ओवरलोडेड ट्रक रात दस बजे के आसपास जोल्हूपुर मोड़ पहुंचते हैं और वहां मौजूद टायर की दुकानों व ढाबों पर खड़े होते हैं। सुबह करीब चार बजे के आसपास जिले की सीमा को पार करते हैं। यह नजारा लोगों को तो दिखाई देता है लेकिन परिवहन विभाग व खनिज विभाग को बिल्कुल नहीं दिखाई देता। 60 टन तक लादी जाती मौरंग
भारी वाहनों के ऊपर तक मौरंग लाद कर चालक निकल रहे हैं। सवाल खड़ा होता है कि घाटों से चलकर वाहन आराम से हाईवे तक आ जाते हैं और रास्ते में कहीं कोई रोक टोक नहीं होती है। एक ट्रांसपोर्टर ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में बहुत नुकसान हुआ है इसकी भरपाई के लिए अब मानक से चार गुना अधिक मौरंग ओवरलो¨डग कर लाई जा रही है। पूरा सिस्टम बना हुआ है। नियम के मुताबिक ट्रक में लगभग पच्चीस टन मौरंग लोड होनी चाहिए। जबकि लगभग करीब 60 टन तक लादी जा रही है। समय-समय पर ओवरलो¨डग को रोकने के लिए अभियान चलाते हैं। जिससे अंकुश लगा था। अगर फिर ओवरलो¨डग हो रही है तो कड़ा अभियान चलाया जाएगा।
-सुनील कुमार शुक्ला, उपजिलाधिकारी