दहेलखंड में इस बार बागडोर संभालेगी महिला
संवाद सूत्र महेबा पंचायती राज व्यवस्था जब से लागू हुई है तब से दहेलखंड में पहली बार ग्राम सचिवालय की हुकूमत पिछडा वर्ग महिला प्रधान के हाथ में होगी। पांच पंचवर्षीय बीत जाने के बाद प्रधान का पद पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित होने पर यह अवसर मिल रहा है।
संवाद सूत्र, महेबा : पंचायती राज व्यवस्था जब से लागू हुई है तब से दहेलखंड में पहली बार ग्राम सचिवालय की हुकूमत पिछडा वर्ग महिला प्रधान के हाथ में होगी। पांच पंचवर्षीय बीत जाने के बाद प्रधान का पद पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित होने पर यह अवसर मिल रहा है।
ब्लाक के ग्राम पंचायत दहेलखंड मे 25 वर्ष व्यतीत हो गए लेकिन प्रधान पद पर पिछड़ी जाति की महिला को हुकूमत करने का अवसर नहीं मिला। इस गांव में 25 साल से महिलाएं सीट आरक्षित होने की बाट जोह रही थीं। इस बार गांव के प्रधान का पद पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित किया गया है जिससे दावेदार महिलाओं में खासा उत्साह है। प्रधान चुने जाने के बाद पहली बार गांव की हुकूमत पिछड़ी महिला प्रधान के हाथ में होगी। यहां चुनाव लड़ने वाली महिलाएं खुद को शिक्षित ईमानदार व कर्मठ बताकर मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए प्रभावित कर रही हैं।
पिछले एहसानों की दे रहीं दुहाई :
इस गांव में 1013 मतदाता हैं तथा गांव की जनसंख्या 3065 के लगभग है। अभी नामांकन जरूर नहीं हुआ है लेकिन 8 महिलाएं दावेदार हैं जो मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए कह रही हैं कि शादी, विवाह, खेत में अटूट मेहनत कर हमने आपका साथ दिया है इसलिए अब हमें प्रधान बना दो।
प्रत्याशी मेहरारू पर पति के नाम का हो रहा प्रचार
आरक्षित पद होने की वजह से पत्नी दावेदार जरूर हैं लेकिन चुनाव प्रचार पति के नाम पर हो रहा है। महिला प्रत्याशी के ससुर, देवर, जेठ व पति चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं।