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मिठास न होने से घटे बाजरा के दाम

संवाद सूत्र, महेबा : बाजरा की मिठास कम हो जाने की वजह से कृषि मंडियों में बाजरा कम दाम पर

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Dec 2017 05:06 PM (IST)Updated: Wed, 13 Dec 2017 05:06 PM (IST)
मिठास न होने से घटे बाजरा के दाम
मिठास न होने से घटे बाजरा के दाम

संवाद सूत्र, महेबा : बाजरा की मिठास कम हो जाने की वजह से कृषि मंडियों में बाजरा कम दाम पर बिक रहा है। आढ़तियों ने बताया कि महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात आदि में गेहूं बेंचकर खाने के लिए बाजरा खरीदा जाता है। इस वर्ष 65 फीसदी बाजरा ही खाने में उपयोग होने से दूसरे राज्यों में घटे दामों में ही बिक रहा है।

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महेबा ब्लाक की मंगरौल न्याय पंचायत के ग्राम मैनूपुर, हीरापुर, कीरतपुर, गुढ़ाखास सदियों से बाजरा की खेती के लिए प्रसिद्ध है। मंडी समितियों में इन गांवों के बाजरे की सबसे ऊंची बोली लगती थी। बाजरा के दाने की मिठास से सर्दियों में चाव से बाजरा की रोटी खाई जाती है। मैनूपुर के बब्बू, गुढ़ा खास के किसान जंटर ¨सह ने बताया कि गत वर्ष बाजरा 1530 रुपये से लेकर 1625 रुपये प्रति ¨क्वटल की दर से बाजरा मंडी समिति कालपी में बेंचा था। इस वर्ष किसानों द्वारा पैदा किये गये बाजरे का सही मोल नहीं मिल रहा है। 900 रुपये तथा 1100 रुपये प्रति ¨क्वटल की दर से बाजरा खरीदा जा रहा है। बाजरा का सही मूल्य न मिलने से किसानों को घाटा हो रहा है। उनका कहना है कि बोआई से लेकर मढ़ाई तक जितना खर्च हो गया उसकी भरपाई नहीं हो रही है।

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दानों की मिठास हुई कम

आढ़तियों ने बताया कि बाजरा की किस्म के आधार पर ही बिक्री होती है। इस वर्ष बाजरे की आवत गत वर्ष की तुलना में अधिक है पर 65 प्रतिशत बाजरा खाने के उपयोग के लिए बाहर बिक रहा है।

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दूसरे प्रदेशों में कम हो रही खपत

कालपी मंडी समिति के पक्के आढ़ती राजू पुरवार, श्याम सुंदर गुप्ता, रमेश गुप्ता आदि ने बताया कि महाराष्ट्र, राजस्थान में बाजरा पूरे साल खाया जाता है लेकिन वहां दागी दाने वाले बाजरे की खपत कीमत कम मिलने से खुले बाजार में भी दाम गिर गये हैं।

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रोटी मालपुआ, हलवा तथा खीर बनती

बाजरा के पसंदीदी लोगों ने बताया कि सर्दियों में बाजरा की रोटी सबसे अधिक पौष्टिक होती है जिसे लोग दूध में खाते हैं। पुआ तथा हलुवा व बाजरा दाना की खीर लोग चाव से खाते हैं फिर भी औने पौने दामों में बिक रहा है।

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जिम्मेदार बोले

गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष मंडी समिति में बाजरा की आवक अधिक है लेकिन भाव कम है। अच्छी किस्म का बाजरा के दाम ठीक मिल रहे हैं। -मलखान ¨सह, सचिव मंडी परिषद कालपी


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