सो रहे मामा को कुल्हाड़ी से काट डाला
संवाद सूत्र महेबा कालपी कोतवाली क्षेत्र ग्राम हरकूपुर में सगे भांजे ने सोते समय कुल्हाड़ी से अपने वृद्ध मामा पर प्रहार कर दिया। मामा को मरणासन्न हालत में कर वह मौके से भाग गया। घायल को स्वजन जिला अस्पताल लेकर आए। परंतु रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। मामा की हत्या के बाद हत्यारोपित भांजा खुद ही खून से सनी कुल्हाड़ी लेकर पुलिस चौकी पहुंच गया।
संवाद सूत्र, महेबा (उरई) : कालपी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम हरकूपुर में भांजे ने कुल्हाड़ी मारकर वृद्ध मामा की हत्या कर दी। खून से सनी कुल्हाड़ी लेकर आरोपित खुद ही ज्ञान भारती विद्यालय पुलिस चौकी पहुंच गया। आरोपित मध्य प्रदेश के भिंड में हत्या के एक मामले में दो माह पहले ही पैरोल पर जेल से छूटा है। स्वजन उसे मानसिक बीमार बता रहे हैं। दिवंगत वृद्ध के भतीजे की तहरीर पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
ग्राम हरकूपुर निवासी 70 वर्षीय मोहर सिंह अपने घर की छत पर सो रहे थे। शुक्रवार रात करीब 12 बजे पास में ही सो रहे भांजे करण सिंह ने कुल्हाड़ी से उन पर ताबड़तोड़ कई वार कर दिए। इसके बाद आरोपित वहां से भाग निकला। मोहर सिंह के चीखें सुनकर पहुंचे स्वजन एंबुलेंस से उरई अस्पताल लाए लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो चुकी थी। स्वजन ने बताया कि करण सिंह के छोटे भाई पान सिंह की शादी हो चुकी है। वह परिवार के साथ मकान में नीचे के हिस्से में सो रहा था। करण ने मामा को क्यों मारा, ये अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। एसपी डॉ.सतीश कुमार ने बताया कि आरोपित मानसिक बीमार बताया जा रहा है। मध्य प्रदेश में हत्या के एक मामले में पहले भी वह जेल जा चुका है। पैरोल पर वह बाहर आया था। आरोपित मामा की हत्या के बाद खून से सनी कुल्हाड़ी लेकर खुद पुलिस चौकी पहुंचा। वहां पुलिस कर्मियों को मामा की हत्या की बात बताई। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
बहन-बहनोई की मौत के बाद भांजों को पाला था अविवाहित मामा ने
स्वजन ने बताया कि मोहर सिंह तीन भाई थे। सबसे बड़े बालकिशन, मुल्लू व सबसे छोटे वह खुद थे थे। उनकी शादी नहीं हुई थी। बहन-बहनोई की मौत के बाद वह भांजे करण व पान सिंह संग रहते थे। दोनों भांजे मूलरूप से रेंढ़र थाना क्षेत्र के अतरौली गांव निवासी हैं। मां-बाप की मौत के बाद दो दशक से मामा के पास रहते हैं।