दो केंद्रों पर पसरा सन्नाटा, तोला भर धान की खरीद नहीं
है कि अब तक बहुत से किसानों का धान कट नहीं पाया है। जिनकी कटाई हो गई है तो धान की निकालने का कार्य किया जा रहा है। जिससे खरीद में बाधा आ रही है। जिला विपणन अधिकारी विकास तिवारी ने बताया कि तीनों केंद्रों पर सभी सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए। साथ ही समय पर किसानों के भुगतान की भी व्यवस्था की गई है। धान की खरीद होगी लेकिन किसानों का माल खेत से घर तक तो पहुंचे।
जागरण संवाददाता, उरई : धान खरीद शुरू हुए करीब एक माह से अधिक का समय निकल गया है, लेकिन यहां जिले में केंद्रों में सन्नाटा पसरा हुआ है। खरीद तेजी नहीं पकड़ पा रही है। जालौन मंडी में खुले केंद्र में कुल 2045 क्विंटल धान खरीदा जा सका है। उरई मंडी के दोनों केंद्र अब तक सूने पड़े हुए हैं। किसान धान लेकर नहीं आ रहे हैं।
किसानों को धान की उपज का उचित मूल्य मिले इसके लिए सरकार ने क्रय केंद्र खुलवाए हैं। हालांकि जिले में धान का रकबा काफी कम था, लेकिन इस बार किसानों ने धान की खेती की है। इससे रकबा बढ़ गया है। जिले में तीन सरकारी केंद्र खोल दिए और सभी व्यवस्थाएं भी सुलभ करा दी गईं पर अभी भी खरीद में तेजी नहीं दिखाई दे रही है। हालत यह है कि उरई में जो दो केंद्र खुले हैं उनमें एक भी किसान धान लेकर नहीं पहुंचा है। इससे बोहनी तक नहीं हो सकी है। जालौन का केंद्र चल रहा है जिसमें कुल 2045 क्विंटल धान की खरीद हो पाई है। बताया जा रहा है कि अब तक बहुत से किसानों का धान कट नहीं पाया है। जिनकी कटाई हो गई है तो धान की निकालने का कार्य किया जा रहा है। जिससे खरीद में बाधा आ रही है।
जिला विपणन अधिकारी विकास तिवारी ने बताया कि तीनों केंद्रों पर सभी सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को किसी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए। साथ ही समय पर किसानों के भुगतान की भी व्यवस्था की गई है। धान की खरीद होगी लेकिन किसानों का माल खेत से घर तक तो पहुंचे।