कोरोना के बढ़ते मामले देखकर भारी संख्या में आरक्षण कराए रद
जागरण संवाददाता उरई लॉकडाउन के बाद अनलॉक होने से प्रवासियों ही नहीं बल्कि सभी ने र
जागरण संवाददाता, उरई : लॉकडाउन के बाद अनलॉक होने से प्रवासियों ही नहीं बल्कि सभी ने राहत महसूस की। हालांकि यह भी लोग जानते हैं कि खतरा नहीं टला, सावधानी जरूरी है। इसके बावजूद बाहर कमाने खाने वाले बहुत से लोगों ने वापसी का मन बना लिया था। इधर फिर से दिल्ली, गुजरात, पंजाब, मुंबई आदि राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। इसको देखते हुए लोगों ने बाहर जाकर काम करने का विचार त्याग दिया और अपने रिजर्वेशन कैंसिल करवा लिए हैं। स्टेशन अधीक्षक एपी वर्मा ने बताया कि कई लोगों ने आरक्षण रद कराया है। एक माह पहले तक यात्रा सामान्य रूप से लोग करने लगे थे, लेकिन इधर कुछ कमी आई है। एक माह में 525 लोगों ने आरक्षण रद कराया।
कोरोना के बढ़ने से मार्च में ही लॉकडाउन कर दिया गया। इसके बाद बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर घर की ओर लौटने लगे। भले की कितनी कठिन यात्रा करनी पड़ी हो सभी लोग अपने घर को लौट आए। जिले में भी 25327 प्रवासी मजदूर वापस आए थे। इसको देखते हुए प्रशासन ने मनरेगा से लोगों को रोजगार दिया। लगभग 18 हजार प्रवासी श्रमिक मनरेगा में काम कर रहे हैं। इधर जब अनलॉक हुआ तो तमाम प्रवासी ऐसे भी थे, जिन्होंने वापस जाने का मन बनाया ताकि फिर से वे अपना कामधंधा बेहतर ढंग से शुरू कर सकें इसके लिए आरक्षण करवा लिया था, लेकिन इधर फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ने का संकेत मिलने पर लोग अपने घर में रहना ही बेहतर समझ रहे हैं। कुल 525 ने एक माह में अपना आरक्षण रद कराया है।