दुर्दशाग्रस्त हो गया सामुदायिक विकास केंद्र
संवाद सूत्र, महेबा : विकासखंड महेबा के ग्राम सोहरापुर में एक दशक पहले सामुदायिक विकास के
संवाद सूत्र, महेबा : विकासखंड महेबा के ग्राम सोहरापुर में एक दशक पहले सामुदायिक विकास केंद्र का निर्माण कराया गया था, जो अब दुर्दशाग्रस्त हो चुका है। जिसकी देखरेख न होने की वजह से आवारा जानवरों का अड्डा बन चुका है। इसे पुन: संवारने की कोशिश न किए जाने से उसकी दुर्दशा हुई है।
ग्राम पंचायत खैराई के मजरा सोहरापुर में ग्रामीणों के सर्वांगीण विकास के लिए सामुदायिक विकास केंद्र का निर्माण लाखों की लागत से कराया गया था। निर्माण के समय इस भवन को रंगाई पुताई के साथ रोशनी आदि की व्यवस्था से सुसज्जित किया गया था। ग्रामीणों ने बताया के इसमें बैठने के लिए कुर्सियां तथा दरी आदि की भी व्यवस्था थी। जहां गांव के लोग बौद्धिक विकास आपसी सामंजस्य रोजगार संबंधी चर्चाएं किया करते थे। जिससे लोगों में जागरूकता का संचार हुआ था लेकिन इस केंद्र को दुरुस्त रखने के लिए सरकार द्वारा बाद में कोई पहल नहीं की गई और न इसके लिए कोई अलग से बजट दिया गया। जिससे इसमें जुटाई गई सारी सुविधाएं तहस-नहस हो गईं और अब सामुदायिक विकास केंद्र दुर्दशाग्रस्त हो चुका है। टूट गए खिड़की-दरवाजे, उखड़ गया फर्श
इसके खिड़की दरवाजे टूटे पड़े हैं और फर्श भी उखड़ चुका है। रोशनी की व्यवस्था भी न होने से रात में अंधेरा छाया रहता है। देखरेख न होने की वजह से इस सामुदायिक केंद्र में रात में आवारा पशुओं का जमावड़ा बना रहता है जिससे ग्रामीण परेशान हैं। ठहरती थीं बरातें
जब तक यह केंद्र दुरुस्त रहा तब तक इस गांव में आने वाली बरातों को इसी भवन में ठहराया जाता था। अब तो रात में ठहराने के लिए गांव में और कोई भवन नहीं है। बोले प्रधान
ग्राम प्रधान अर¨वद कुमार का कहना है कि सामुदायिक विकास केंद्र ग्राम की भलाई के लिए बनवाया गया था। इसके लिए अलग से कोई बजट न दिए जाने की वजह से भवन का सुंदरीकरण नहीं हो सका है, अगर धन मिल जाए तो इसका सुंदरीकरण करा दिया जाएगा।