आप्रवासियों के लौटने से बढ़ा कोरोना का खतरा
जागरण संवाददाता उरई कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से लोगों के जेहन में फिर से लॉकडाउन की आशंका उत्पन्न होने लगी है लिहाजा गुजरात अहमदाबाद दिल्ली मुंबई समेत दूसरे राज्यों में काम कर रहे श्रमिक फिर से लौटने लगे हैं। घर पहुंचने की आपाधापी में कोविड नियमों का पालन करना कठिन हो रहा है। हालत है कि ट्रेनों में इस कदर भीड़ बढ़ गई है कि बोगी में पैर रखने की जगह नहीं है। हालात के चलते रेलवे स्टेशन पर बस स्टैंड पर टेस्टिग की क्षमता बढ़ाई गई है।
जागरण संवाददाता, उरई : कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से लोगों के जेहन में फिर से लॉकडाउन की आशंका उत्पन्न होने लगी है, लिहाजा गुजरात, अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई समेत दूसरे राज्यों में काम कर रहे श्रमिक फिर से लौटने लगे हैं। घर पहुंचने की आपाधापी में कोविड नियमों का पालन करना कठिन हो रहा है। हालत है कि ट्रेनों में इस कदर भीड़ बढ़ गई है कि बोगी में पैर रखने की जगह नहीं है। हालात के चलते रेलवे स्टेशन पर बस स्टैंड पर टेस्टिग की क्षमता बढ़ाई गई है।
गोरखपुर जाने वाले राफ्तीसागर एक्सप्रेस की बोगियों की भयावह तस्वीर बता रही थी कि घर पहुंचने की व्याकुलता में प्रवासी श्रमिक कोविड नियमों को पालन नहीं कर रहे हैं, वे बस यही चाहते हैं कि किसी तरह पहुंच जाएं। इसके बाद जो होगा देखा जाएगा। शारीरिक दूरी का पालन करना तो दूर की बात शीट व मिलने पर लोग फर्श पर भी लेटे हुए थे। ज्यादातर लोग मास्क भी नहीं पहने हुए थे। प्रवासियों के लौटने की वजह से रेलवे स्टेशन पर टेसि्िटंग की सुविधा बढ़ाई गई है जो भी यात्री उरई स्टेशन पर उतरता है अब थर्मल स्क्रीनिग के साथ कोराना जांच भी अनिवार्य रूप से की जा रही है। जिससे कि बाहर से कोई कोरोना संक्रमित आता है तो उससे चिन्हित कर आइसोलेट किया जा सके। राप्तीसागर एक्सप्रेस से उरई स्टेशन पर आठ यात्री उतरे लेकिन उनमें से कोई प्रवासी श्रमिक नहीं था। सभी की कोरोना जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग सतर्क
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ऊषा सिंह का कहना है कि बाहर से लौट रहे लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पूल टेस्टिग बढ़ाई गई है। रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच के लिए लगातार टीमें सक्रिय हैं।