रामजन्म के साथ रामलीला का हुआ शुभारंभ
संवाद सहयोगी कोंच/जालौन राम जन्म के साथ ही नगर की प्राचीन ऐतिहासिक रामलीला का श्रीगणेश
संवाद सहयोगी, कोंच/जालौन : राम जन्म के साथ ही नगर की प्राचीन ऐतिहासिक रामलीला का श्रीगणेश हो गया। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ अपने अनुजों के साथ अवतरित हुए श्रीराम का स्वागत गोले दागकर किया गया।
167 वर्षो से लगातार हो रही रामलीला इस वर्ष भी धूमधाम के साथ खेली जा रही है। रविवार को रामलीला भवन के रंगमंच पर तैयार किए। गायर हवन कुंड पर पंडित ज्वाला प्रसाद दीक्षित, लल्लूराम मिश्रा, संजय रावत, संतोष त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से मंत्रोच्चारण कर प्रभु राम का स्मरण किया। हवन पर गोपू चतुर्वेदी ने आहुतियां दीं। बाद में राम अपने अनुज भरत लक्ष्मण शत्रुघन के साथ अवतरित हुए। उनके अवतरित होते ही गोले दागकर लोगों ने मिठाइयां बांटी और उनका आशीर्वाद लिया। रामलीला समिति के अध्यक्ष प्रतीक मिश्रा ने बताया कि श्रीराम अवतरित होते ही रामलीला प्रारंभ हो चुकी है। इस दौरान मंत्री संजय सोनी, पवन अग्रवाल, हरिश्चंद्र तिवारी, सुधीर सोनी, मनोज दूरवार, सुशील दूरवार, मृदुल दांतरे, आनंद गुप्ता, राकेश अग्रवाल, मुन्ना अग्रवाल, विशंभर झा, अभिषेक रिछारिया, वीरेंद्र त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
रामलीला का गणेश पूजन
नगर की ऐतिहासिक प्राचीन रामलीला के 172वें महोत्सव का आचार्य महेश अवस्थी द्वारा वेद मंत्रोच्चारण के साथ गणेश पूजन किया गया। समिति के अध्यक्ष शशिकांत द्विवेदी ने भगवान गणेश की स्थापना की तथा पूजा अर्चना कर रामलीला कार्य को सफल मंचन के लिए राम भक्त हनुमान जी से प्रार्थना की। समिति के मंत्री पवन चतुर्वेदी ने बताया कि धनुष यज्ञ की लीला इस बार आकर्षण का केंद्र रहेगी। जिसमें परशुराम लक्ष्मण संवाद विशेष आकर्षण का दृश्य होगा। रावण वध की लीला का मंचन बाराही देवी मेला परिसर में 8 अक्टूबर को किया जाएगा। इस मौके पर रामशरण शर्मा, प्रयाग गुरु, रामकुमार, रामस्वरूप, राजा गधेला, संजीव खत्री, मृदुल पाटकार आदि लोग मौजूद रहे।