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तैयारी पूरी, आज दांपत्य सूत्र में बंधेंगे 501 जोड़े

जागरण संवाददाता उरई जीआइसी इंटर कालेज में 11 दिसंबर यानी आज 501 जोड़े दांपत्य सूत्र में

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Dec 2021 11:24 PM (IST)Updated: Fri, 10 Dec 2021 11:24 PM (IST)
तैयारी पूरी, आज दांपत्य सूत्र में बंधेंगे 501 जोड़े
तैयारी पूरी, आज दांपत्य सूत्र में बंधेंगे 501 जोड़े

जागरण संवाददाता, उरई : जीआइसी इंटर कालेज में 11 दिसंबर यानी आज 501 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधने जा रहे हैं। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई। इस दौरान प्रत्येक वधू को 51 हजार रुपये का लाभ दिया जाएगा।

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राजकीय इंटर कालेज में समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। शासन की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत एक मंडप के नीचे 501 जोड़े परिणय सूत्र बंधन में बंधेगे। वर-वधुओं के जोड़ों का चयन कर समाज कल्याण विभाग शुक्रवार को तैयारी में जुटा रहा। आज राजकीय इंटर कालेज के मैदान पर विवाहोत्सव संपन्न कराया जाएगा। गरीब परिवार की कन्याओं की शादी के लिए शासन स्तर से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरूआत की गई है। इसमें शासन की ओर से 51 हजार रुपये देने का प्रविधान किया गया है। इसमें से 35 हजार रुपये वधू यानी कन्या के खाते में दिया जाएगा तो दस हजार रुपये का मंगलसूत्र, बिछिया आदि जेवरात दिया जाएगा। साथ ही छह हजार रुपये व्यवस्था पर खर्च किया जाएगा।

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सामूहिक विवाह-निकाह संपन्न कराए जाने की जिम्मेदारी जिला पंचायत को इस बार दी गई है। आयोजन को सकुशल संपन्न कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। 501 जोड़ों की शादी कराया जा रहा है।

लालजी यादव, समाज कल्याण अधिकारी

व्यापारी सम्मान का प्रतीक जीएसटी पंजीयन

संवाद सहयोगी, कोंच : व्यापारियों को जीएसटी के बारे साक्षर करने के लिए वाणिज्य कर विभाग द्वारा एक शिविर लगाया गया।

नगर के मियागंज इलाके में लगाए गए शिविर में व्यापारियों को जीएसटी के लाभ बताते हुए सहायक आयुक्त भरतलाल एवं वाणिज्य कर अधिकारी मानसिंह चंदेल ने कहा कि जीएसटी पंजीयन व्यापारी सम्मान का प्रतीक है। इससे देश एवं प्रदेश की विकास योजनाओं में पंजीकृत व्यक्ति की सक्रिय भागीदारी हो जाती है। समस्त कार्य ऑनलाइन के माध्यम से घर पर बैठकर ही किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि 1.5 करोड़ वार्षिक कारोबार सीमा तक के छोटे एवं मंझोले व्यापारियों के लिए समाधान योजना का लाभ एवं पंजीकृत व्यापारियों के 10 लाख की व्यापारी दुर्घटना बीमा योजना जिसके लिए कोई प्रीमियम की भी आवश्यकता नहीं है। उन्होंने पंजीयन के लिए पहचान प्रमाण पत्र, पेन नंबर, आधार कार्ड आवास एवं व्यापार स्थल के पते के प्रमाण पत्र को जरूरी बताया। इस दौरान राघवेंद्र रेजा, संदीप अग्रवाल, रामशंकर कनकने, विनोद गुप्ता, कमलेश गिरवासिया, शमसाद अहमद, राजेश मित्तल मौजूद रहे।


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