एक हफ्ते में औद्योगिक क्षेत्रों की दुरुस्त कराएं बिजली
निबंधन क्षेत्रीय प्रबंधन उप्रराऔविनि समिति को अद्यतन प्रगति से अवगत कराया। मुख्यमंत्री युवा स्व रोजगार योजना की समीक्षा के दौरान बताया कि इस योजना के तहत आवेदन प्राप्त किए जा रहे हैं। साक्षात्कार की तिथि शीघ्र निर्धारित कर डीएलटीएफसी के माध्यम से पात्र अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। पीएमईजीपी ऋण योजना का साक्षात्कार हो चुका है।
जागरण संवाददाता, उरई : औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की समस्या को अधिशाषी अभियंता विद्युत एक सप्ताह के अंदर दूर करवाकर विद्युत आपूर्ति सुचारु करवाएं। यह आदेश अपर जिलाधिकारी प्रमिल कुमार सिंह ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय उद्योग बंधु की बैठक में दिया।
एडीएम ने कहा, उद्यमियों की हर समस्या का पूरा ध्यान रखते हुये संबंधित अधिकारी शीघ्र निस्तारित करवाएं। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा भी की गई। उपायुक्त उद्योग जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र पीसी पाठक ने एक जनपद एक उत्पाद योजना की समीक्षा में बताया कि इस योजना के तहत जून माह में संपन्न साक्षात्कार के बाद 38 पात्र लाभार्थियों के 585 लाख के आवेदन विभिन्न बैंक शाखाओं को प्रेषित किए थे। इनमें से चार आवेदनों पर 48 लाख रुपये का ऋण बैंकों द्वारा स्वीकृत किया गया है। निवेश मित्र योजना के संबंध में बताया कि बांट-माप विभाग के दो व खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग द्वारा मामलों के निस्तारण की लिखित आख्या अभी तक नहीं उपलब्ध कराई गई है। विभागीय स्तर पर लंबित सात मामलों के संबंध में मुख्य अग्निशमन अधिकारी, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, रजिस्टार फर्म निबंधन, क्षेत्रीय प्रबंधन उप्रराऔविनि समिति को अद्यतन प्रगति से अवगत कराया। मुख्यमंत्री युवा स्व रोजगार योजना की समीक्षा के दौरान बताया कि इस योजना के तहत आवेदन प्राप्त किए जा रहे हैं। साक्षात्कार की तिथि शीघ्र निर्धारित कर डीएलटीएफसी के माध्यम से पात्र अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। पीएमईजीपी ऋण योजना का साक्षात्कार हो चुका है। स्टैंड अप व प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की समीक्षा के दौरान बताया कि मुद्रा योजना का लक्ष्य 4040 का प्राप्त हुआ जो लक्ष्य के सापेक्ष कम पाया गया। जिसकी प्रगति बढ़ाने को एडीएम ने कहा। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की समीक्षा के दौरान बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए राजमिस्त्री, दर्जीगीरी, सुनारगीरी, लुहारगीरी, नाईगीरी, बढ़ईगीरी, कुम्हारगीरी, मोचीगीरी, हलवाईगीरी, टोकन बनाने आदि ट्रेड में प्रशिक्षण देने के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। प्राप्त होने पर चयन किए जाएंगे। बैठक में संबंधित अधिकारी और उद्यमी मौजूद रहे।