सरकारी केंद्रों पर 400 क्विंटल ही हुई धान की खरीद
संवाद सहयोगी जालौन मानकों में खरा न उतर पाने पर इस बार सरकारी धान क्रय केंद्र पर ज्याद
संवाद सहयोगी, जालौन : मानकों में खरा न उतर पाने पर इस बार सरकारी धान क्रय केंद्र पर ज्यादा खरीद नहीं हो पाई है। नगर में खुले सरकारी धान खरीद केंद्र पर अभी तक 426 क्विटल घान की खरीद हुई है। जबकि प्राइवेट गल्ला व्यापारियों पर किसान धान बेचने के लिए किसानों की भीड़ लगी रही। अभी तक गल्ला मंडी में तकरीबन 60915 क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है। जबकि धान की आवक न होने से आरएफसी का एक धान क्रय केंद्र बंद हो गया है।
किसानों का धान सरकारी दर पर खरीदने के लिए गल्ला मंडी में सरकारी धान क्रय केंद्र खोला गया था। सरकारी क्रय केंद्र पर धान खरीदने के लिए तय किया गया है कि किसान अपने धान को साफ व सुखाकर मानक के अनुरूप बेचने के लिए लाएं। धान खराब होने के कारण उसे केंद्र प्रभारी उसे रिजेक्ट कर सकता है। हालांकि इसके खिलाफ किसान क्षेत्रीय विपणन अधिकारी अध्यक्षता में गठित अपीलीय कमेटी में अपील कर सकता है। इस वर्ष धान का समर्थन मूल्य 1940 रुपये प्रति क्विटल है और ग्रेड-ए का समर्थन मूल्य 1960 रुपये प्रति क्विटल था।गल्ला मंडी में केंद्र 1 अक्टूबर 2021 को खोला गया था जो 31 जनवरी 22 तक चलेगा। अभी तक क्रय केंद्र पर सिर्फ 426 क्विटल धान ही खरीदा जा सका है। कुठौंद में आरएफसी का धान खरीद केंद्र भी गल्ला मंडी में खोला गया था जो नवंबर में बंद हो चुका है। गल्ला मंडी में प्राइवेट व्यापारी किसानों का ग्रेड ए का धान 2800 से 3000 रुपये प्रति क्विंटल तक खरीद रहे हैं। किसान अरविद कुमार, अवनींद्र, विराट, संजीव ने बताया कि जब प्राइवेट व्यापारी धान को बढ़ी हुई कीमत पर खरीद रहे हैं तो किसान सरकारी केंद्र पर क्यों पहुंचेगा। मंडी सचिव वीरेंद्र कुमार ने बताया कि अभी तक व्यापारियों के पास तकरीबन 60915 क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है।