खनन क्षेत्र रामपुरा व परिवहन क्षेत्र कुठौंद का फायदा उठा रहे मौरंग माफिया
संवादसूत्र, रामपुरा : प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा
संवादसूत्र, रामपुरा : प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रामपुरा इलाके में जहां अवैध खनन हो रहा है, वहीं कुठौंद क्षेत्र से बेधड़क वाहन निकल जाते हैं। विभाग में पैठ इतनी गहरी है कि छापेमारी को निकले अधिकारी के पहुंचने से पहले ही खनन स्थल पूरी तरह से खाली हो जाता है।
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कहानी आज की नहीं बल्कि है पुरानी
बुंदेलखंड में जब से सीबीआइ जांच का हंटर मौरंग के खेल पर चला है तब से इस क्षेत्र में मौरंग की कीमत आसमान छूने लगी। अपनी रणनीति को अमलीजामा पहुंचाने वाले मौरंग माफियाओं की पौ बारह ही रहती है।
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रामपुरा क्षेत्र में है खनन के दो प्वाइंट
²श्य एक :- थाना क्षेत्र के नदियापार के ग्राम सिद्धपुरा से पहुज नदी से खनन होता आ रहा है। यहां पर चार माह पूर्व तत्कालीन एसडीएम व वर्तमान थाना प्रभारी लखन यादव द्वारा मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की गई थी। जिसके बाद खनन कुछ समय के लिए बंद हो गया था। हालांकि अवैध परिवहन पर आज तक लगाम नहीं लग सकी है।
²श्य दो :- थाना क्षेत्र के ग्राम महटौली में यमुना नदी से आज भी अवैध खनन जारी है। बस फर्क इतना है कि परिवहन थाना कुठौंद क्षेत्र में परिवर्तित कर दिया गया है। जिससे खनन पुलिस की पकड़ में नहीं आ पा रहा है।
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से¨टग है मजबूत
महटौली के घाट पर आज तक खनन बंद ही नहीं किया गया है। बस स्थानीय पुलिस की शह पर परिवहन क्षेत्र में बदलाव जरूर कर दिया गया है जो पतराही, महटौली, लिड़ऊपुर, लिटावली, छौना, धूता, बिलौहा, चंदावली, रुदवली होकर कुठौंद जाती है।
अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिखती है पुलिस
इसी जगह पर गत चार माह पहले खनन माफिया की जब पुलिस ने अवैध मौरंग से भरे ट्रैक्टरों को रोका था, तब उन लोगों ने यूपी 100 की गाड़ी में टक्कर मार क्षतिग्रस्त कर दिया था और जगम्मनपुर चौकी के एक सिपाही को धक्का देकर भागने में सफल हुए थे। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था और आज तक फाइल बंद है। जिससे माफियाओं की बांछे खिल गई थीं।
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पुलिस से ज्यादा मजबूत है माफियाओं का तंत्र
वैसे कहने को पुलिस का सूचना तंत्र काफी मजबूत मान जाता है लेकिन जब से मौरंग पर पाबंदी लगी है तब से मौरंग माफियाओं के सूचनातंत्र ने पुलिस के सूचना तंत्र को फीका साबित कर दिया है। क्योंकि पुलिस विभाग के अधिकारी या जिला स्तरीय कोई अधिकारी खनन क्षेत्र की ओर रुख करता है तो माफियाओं को पहले ही पता चल जाता है लिहाजा अधिकारी के स्थल पर पहुंचने से पहले सब कुछ साफ हो जाता है।
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एसडीएम ने डाला था अचानक छापा
गत 31 मई को एसडीएम मनोज कुमार सागर एवं तहसीलदार शिवप्रसाद द्वारा महटौली के घाट पर अचानक छापा डाला गया था लेकिन मौके पर कुछ हासिल नहीं हो सका था हां बंगरा में जरूर 9 ट्रकों को पकड़कर सीज कर दिया गया था। एसडीएम मनोज कुमार सागर का कहना है कि क्षेत्र में न तो अवैध खनन होगा तथा न ही ओवरलो¨डग हो सकेगी। इसे रोकने के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है जिनके द्वारा औचक छापा मारकर कार्यवाही की जाएगी।