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एल-1 अस्पतालों को मिली 15 कंसनट्रेटर ऑक्सीजन मशीन

शिवम सिंह उरई कोरोना काल में कई जगहों से ऑक्सीजन सिलिडर की किल्लत व कालाबाजारी की खबर आ रही हैं लेकिन उरई में स्थिति ठीक इसके विपरीत है। जनपद में स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण से लड़ने और संक्रमितों के बेहतर इलाज को लेकर व्यापक तैयारी कर रहा है। यहां आक्सीजन सिलिडर पर्याप्त मात्रा में पहले से ही हैं साथ ही जिले को 15 और कंसनट्रेटर ऑक्सीजन मशीन एल-1 अस्पतालों में गंभीर मरीजों के उपचार के लिए भी मिल गई हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 05:56 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 05:56 PM (IST)
एल-1 अस्पतालों को मिली 15 कंसनट्रेटर ऑक्सीजन मशीन
एल-1 अस्पतालों को मिली 15 कंसनट्रेटर ऑक्सीजन मशीन

शिवम सिंह , उरई

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कोरोना काल में कई जगहों से ऑक्सीजन सिलिडर की किल्लत व कालाबाजारी की खबर आ रही हैं, लेकिन उरई में स्थिति ठीक इसके विपरीत है। जनपद में स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण से लड़ने और संक्रमितों के बेहतर इलाज को लेकर व्यापक तैयारी कर रहा है। यहां आक्सीजन सिलिडर पर्याप्त मात्रा में पहले से ही हैं, साथ ही जिले को 15 और कंसनट्रेटर ऑक्सीजन मशीन एल-1 अस्पतालों में गंभीर मरीजों के उपचार के लिए भी मिल गई हैं।

मेडिकल कॉलेज को एल-2 अस्पताल में तब्दील किया गया है, और यहां पर सिर्फ गंभीर मरीजों का ही उपचार किया जाता है। 200 ऑक्सीजन सिलिडर हर समय भरा हुआ है। जिसकी वजह से गंभीर मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। जैसे ही कुछ सिलिडर खत्म होते है उसे भरवाने के लिए झांसी व कानपुर भेज दिया जाता है। इन अस्पतालों में यह रहेगी विशेष सुविधा

एल-1 उरई क्लब, व एल-1 शेल्टर होम मेडिकल कॉलेज में पांच- पांच कंसनट्रेटर मशीन को रखा जा रहा है। मरीजों को अगर सांस की तकलीफ अधिक होती है तो ऑक्सीजन कंसनट्रेटर की सुविधा मरीजों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी। साथ ही दस- दस सिलिडर आक्सीजन मशीन को रखा गया है। वहीं पांच कंसनट्रेटर ऑक्सीजन को सीएमओ कार्यालय में आवश्यकता अनुसार सुरक्षित रखा गया है। 24 जंबो व 550 छोटे सिलिडर स्टॉक में मौजूद

जिला अस्पताल के स्टॉक में 14 जंबो व 62 छोटे सिलिडर मरीजों को राहत देने के लिए मौजूद है, वहीं दूसरी ओर सीएमओ कार्यालय के स्टॉक में 10 जंबो व 70 छोटे सिलिडर का स्टॉक किया गया है। साथ ही मेडिकल कॉलेज में 200 आक्सीजन सिलिडर पहले से भरा हुआ रखा है। जबकि सीएचसी पीएचसी में 118 मौजूद है। ऑक्सीजन सिलिडर भरवाने से मिलेगी आजादी

चीफ फार्मासिस्ट सुबोध शुक्ला बताते हैं कि एक ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने में 287 रुपये का खर्च आता है। ऑक्सीजन कंसनट्रेटर मशीन के आ जाने से सिलिडर भरवाने से छुटकारा मिल जाएगा। साथ ही रुपये की भी बचत होने लगेगी। जिले में शासन द्वारा 15 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर मशीन आई है। जिसे कोविड 19 में बनाए गए अस्पतालों में लगाया जाना है। इसकी सूचना कोविड-19 के प्रभारी डॉ. संजीव प्रभाकर को भी दे दी गई है। कोट

ऑक्सीजन संकट से निजात दिलाने के लिए ऑक्सीजन कंसनट्रेटर मशीन एल-1 अस्पतालों के लिए शासन से प्राप्त हुई है। इन मशीनों से कोरोना के गंभीर मरीजों को सीधे ऑक्सीजन दी जाएगी। यह मशीन हवा से प्रति मिनट पांच लीटर मेडिकल ऑक्सीजन बनाएगी। एक मशीन का प्रयोग दो मरीजों को हवा देने में किया जा सकेगा।

डॉ. ऊषा सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बढ़ते मरीज के मामले को देख 100 शैय्या एक और एल-1 स्थापित

एल-1अस्पतालों के इंचार्ज संजीव प्रभाकर ने बताया कि जिले में अब दो एल-1 अस्पताल हो गए। पहला 75 शैय्या का उरई क्लब को स्थापित कराया गया। इसके बाद अब बढ़ते कोविड के मरीजों को देखते हुए 100 शैय्या का मेडिकल कॉलेज स्थित शेल्टर होम को एल-1 अस्पताल के रूप में स्थापित कराया गया। वहीं मेडिकल कॉलेज में 150 गंभीर मरीजों के लिए पहले से ही एल-2 अस्पताल के रूप में स्थापित है।


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