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गर्मी क साथ बढ़ रहे हीट स्ट्रोक के मरीज

जागरण संवाददाता उरई

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 May 2022 04:01 AM (IST)Updated: Sun, 15 May 2022 04:01 AM (IST)
गर्मी क साथ बढ़ रहे हीट स्ट्रोक के मरीज
गर्मी क साथ बढ़ रहे हीट स्ट्रोक के मरीज

गर्मी क साथ बढ़ रहे हीट स्ट्रोक के मरीज

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जागरण संवाददाता, उरई : जिले में तापमान 48 डिग्री तक पहुंच चुका है। ऐसे में चिलचिलाती धूप व गर्म हवा के बीच निकलना लोगों के लिए जोखिम भरा हो गया है। जिला अस्पताल में शनिवार को हीट स्ट्रोक के मरीजों से वार्ड फुल रहे। अब बचाव करके ही परेशानी से बचा सकता है। जिला अस्पताल में शनिवार को 1000 मरीजों के पर्चे बनाए गए। इसमें सबसे अधिक मरीज हीट स्ट्रोक के थे। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सब इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। यही कारण है कि जिला अस्पताल के वार्ड ऐसे मरीजों से भर गए हैं। घर या दफ्तर के ठंडे वातावरण से अचानक गर्मी में निकलने पर तापघात (हीट स्ट्रोक) का खतरा बढ़ जाता है। इसके कारण शरीर का तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है। इन दिनों जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी अस्पताल की ओपीडी में 40 प्रतिशत मरीज लू लगने की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। इन मरीजों में उल्टी-दस्त, पेट में दर्द, घबराहट व हाई बीपी आदि की परेशानी होती है। गर्मी में पानी की कमी भी बीमारियों का कारण बनती है, इसलिए घर से निकलने पर विशेष सावधानी रखें।

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104 डिसे. तक पहुंचने पर होता हीट स्ट्रोक

शरीर का तापमान 97 से 98 डिसे (डिग्री सेल्सियस) के बीच होता है। तेज धूप और गर्मी के अचानक संपर्क में आने से शरीर का तापमान बढ़कर 104 डिसे तक पहुंचने पर हीट स्ट्रोक होता हैं। यदि इस तापमान को 24 से 48 घंटे में सामान्य स्थिति में नहीं लाया जाता तो जान जाने का भी खतरा होता है।

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इस तरह होती है समस्या

चिकित्सकों के अनुसार तेज धूप में घर से बाहर निकलना, जंक फूड में मोनोसोडियम, ग्लूटामेंट्स जैसे हानिकारक पदार्थों का सेवन करना। शरीर में पानी की कमी, थायराइड का असंतुलन, ब्लड प्रेशर का बढ़ना या कम होना भी हीट स्ट्रोक का कारण बनता है।

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यह हैं मुख्य लक्षण

तेज बुखार, ब्लड प्रेशर कम-ज्यादा होना, चक्कर, उल्टी, मासपेशियों में अकडऩ, तेज पसीना आना, कमजोरी, थकावट, बेहोशी, त्वचा पर चकत्ते, सिर दर्द, श्वास लेने में परेशानी, आंखों में जलन, बेचैनी, घबराहट आदि महसूस होना।

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बच्चे व बुजुर्ग दोपहर में बाहर निकलने से बचें

भीषण गर्मी के मौसम में बच्चे व बुजुर्ग दोपहर में घर से बाहर निकलने से बचें। साथ ही मोटापा, शुगर, मानसिक बीमारी वाले मरीजों, अधिक शराब व ब्लड प्रेशर की दवा का सेवन करने वाले लोगों को 45 डिग्री तापमान में अचानक से निकलने पर हीट स्ट्रोक का खतरा होता है। वहीं जिले का तापमान 48 डिग्री तक पहुंच चुका है। अब अधिक खतरे की संभावना है।

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ऐसे मौसम में घर से निकलने पर फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। पैदल चलने पर छाता लेकर चलें, पानी की बोतल साथ रखें। आंखों को तेज धूप से बचाने के लिए धूपी चश्मा लगाएं, दिन में चाय-काफी, जंक व प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन न करें। साथ ही शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन न करें। शुगर वाले पेय पदार्थ जैसे कोल्ड ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स न पीयें। एक दिन में 8 से 10 गिलास पानी, नारियल पानी, जूस, लस्सी, नींबू पानी, आदि का सेवन करें। संतुलित व पौष्टिक आहार लें और धूप में व्यायाम या साइकिलिंग करने से बचें। गर्म कमरे में न बैठे तथा ठंडे पानी से नहाएं।

डा. अवनीश बनौधा सीएमएस जिला अस्पताल


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